‘सुख और सेहत का स्वाद’ कोई डाइट पुस्तिका, भोजन की दिव्य गुटिका या अनुशासित जीवनशैली की योजना नहीं है। यह सभी स्तरों पर मानव खुशहाली की एक निर्देशिका है। हम एक ऐसे युग में हैं, जहां बस किसी रेस्तराँ में जाकर हम अलग-अलग तरह के व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। ऐसे में हमें क्या खाना चाहिए इसका फैसला कैसे करें? एक दिन किसी चीज को ‘सेहतमंद’ बताया जाता है, तो अगले ही दिन उसे ‘हानिकारक’ बताकर खारिज कर दिया जाता है। जिस खाद्य पदार्थ को एक अध्ययन में पौष्टिक और गुणकारी बताया जाता है, दूसरे अध्ययन में उसे कैंसर पैदा करने वाला सिद्ध कर दिया जाता है। तो हमारे शरीर के लिए आदर्श संतुलित आहार क्या है? आप कैसे जानेंगे कि आप खाना खा कर सेहत को निमंत्रण दे रहे हैं, या बिमारी को। इसका उत्तर, हमें अपने भीतर ही मिल सकता है। योग परंपरा के अनुसार, भोजन जीवित होता है, और इसमें प्राण तत्व मौजूद होता है। खाने के बाद, भोजन के गुण हमारे शरीर और मन को प्रभावित करते हैं। इस पुस्तक में साधारण जूस और सलाद से लेकर सब्जी, अनाज और करी वाले संपूर्ण भोजन, और साथ ही मिठाइयों की रेसिपी शामिल हैं। इन सभी को ईशा योग केन्द्र की रसोई में पकाया जाता रहा है। गुणों से भरपूर इन व्यंजनों का पिछले 20 सालों से ईशा योग केन्द्र के लाखों मेहमानों ने आनंद लिया है। ये सभी व्यंजन इस बात का प्रमाण हैं कि सेहतमंद खाना स्वादिष्ट भी हो सकता है।सात्विक