केले के 10 आश्चर्यजनक फायदे
केलों के पीछे दीवाना होने के 10 अद्भुत कारण इस ब्लॉग में बताये जा रहे हैं। आपके शरीर को बहुत ज़रूरी सूक्ष्म पोषक तत्व देने से लेकर, आपके हृदय का स्वास्थ्य सुधारने तक, ये गरीब केला आपका पूरा स्वास्थ्य सुधारने में बहुत मदद कर सकता है।
इस धरती पर हमारा गरीब केला सबसे ज्यादा रुचिकर फल है। मगर, क्या आप जानते हैं कि वनस्पतिशास्त्र के अनुसार केला वास्तव में एक तरह का बेर है और इसका पेड़, पेड़ नहीं पर दुनिया की सबसे बड़ी झाड़ी है।
7000 साल से भी पहले, इसकी खेती शुरू हुई थी। ये दुनिया का सबसे ज्यादा उगाया जाने वाला फल है और गेहूँ, चावल और मकई के बाद चौथी सबसे बड़ी फसल है। साल भर में 1000 करोड़ से भी ज्यादा केले संसार भर में खाये जाते हैं। यह पोषक फल दुनिया की सभी तरह की भोजन पद्धतियों में शामिल है, जिसके लिये बहुत अच्छे कारण भी हैं। तो, केले खाने के 10 बड़े फायदे ये हैं:
#1. दिन में एक एप्पल(फल) खाने से डॉक्टर की ज़रूरत नहीं पड़ती!
क्या आप जानते हैं कि पुरानी अंग्रेज़ी भाषा में फल को ही एप्पल कहा जाता था (पर आजकल हम एप्पल शब्द का उपयोग सेब के फल के लिये करते हैं)। फल किसी भी संतुलित आहार का अनिवार्य भाग है, उसे अलग नहीं रखा जा सकता। ये हर भोजन में शामिल होना ही चाहिये। केला, दुनिया में सबसे आसानी से मिलने वाला और सबसे ज्यादा खाया जाने वाला फल है। केले में महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं जो एक स्वस्थ शरीर और मन के लिये जरूरी हैं। पोटैशियम का एक बहुत अच्छा स्रोत होने के साथ साथ केला हमें विटामिन ए, विटामिन बी6, विटामिन सी, लोहा, कैल्शियम, मैग्नेशियम और सोडियम भी देता है।
योगी, सिद्ध और स्वास्थ्य और औषधियों की पारंपरिक प्रणालियों को चलाने वाले वैद्य, बहुत पुराने समय से ताजे फल खाने की सिफारिश करते रहे हैं। इस ब्लॉग में, सदगुरु समझा रहे हैं कि फल खाने से किस तरह आपके शरीर और मस्तिष्क के लिये जादुई फायदे हो सकते हैं और ये बात सारी दुनिया के लिये ही अच्छी है।
ईशा योग सेंटर में परोसे जाने वाले लगभग हर खाने में केला हमेशा शामिल रहता ही है। स्थानीय रूप से मिलने वाले केलों के अनगिनत प्रकारों में से, हम ये प्रकार अधिकतर खिलाते हैं :
- ग्रैडनयने
- कर्पूरवल्ली
- नेंद्रन
- पचंदन
- पूवन
- लाल केला
- रसथाली
- रोबस्ता
- मोन्थन केला
#2. केला आपके मलाशय को साफ रखता है
आयुर्वेद में साफ मलाशय को अच्छे स्वास्थ्य का एक ज़रूरी भाग माना जाता है। अगर आप केले को अपने रोज़ाना के आहार का एक भाग बना लेते हैं तो उनके काफी ज्यादा रेशों वाले पदार्थों की वजह से आपको शौच आसानी से होगी। हार्वर्ड विश्वविद्यालय का एक प्रकाशित लेख बताता है कि नियमित शौच होना एक स्वस्थ पाचन व्यवस्था का सूचक है और ये डायरिया और कब्ज़ की तकलीफों को रोकता है। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि नियमित शौच न होने का असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। अपने मलाशय को साफ रखने के फायदे स्पष्ट ही हैं पर आज के पके पकाये, तैयार और डिब्बाबंद खाने के ज़माने में ये एक ज्यादा बड़ी चुनौती है। एक मध्यम आकार का केला हमारे शरीर की रेशों की ज़रूरत का 12% भाग पूरा करता है और कब्ज के असर को दूर करने में मददगार हो सकता है। कच्चे केले इसके लिये और भी बेहतर हैं क्योंकि वे रेसिस्टेंट स्टार्च(प्रतिरोधी मांड) से भरपूर हैं जो न घुलने वाले रेशों का काम करता है, और आपको नियमित और साफ शौच आसानी से होने में मदद करता है।
#3. केले आपको खुश रखते हैं
आपको केलों का स्वाद पसंद हो या न हो, वे आपको फिर भी खुश रखते हैं। रेकॉर्डेड अध्ययनों से पता चलता है कि कई बाहरी कारण, जैसे कि हमारा आहार, हमारे मस्तिष्क के रसायनों पर असर डालते हैं जिससे खुशी और खुशहाली की भावनायें बनती हैं। केले में सेरोटोनिन होता है जो हमारे मिज़ाज़ को शांत रखने में और खुशी और खुशहाली की भावनायें बनाने में बहुत महत्वपूर्ण काम करता है। केले में विटामिन बी6 भी बहुत मात्रा में होता है जिससे हमारे मस्तिष्क में स्वाभाविक रूप से सेरोटोनिन बनता है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन द्वारा 2008 में प्रकाशित किये गये एक अध्ययन में बताया गया है कि ज्यादा पोटैशियम वाला आहार लोगों को तनाव और अवसाद के लक्षणों से राहत दिलाता है। डॉ. कैरोलिन लॉंगमोर के अनुसार सेरोटोनिन के कम होने की वजह से अवसाद होता है और आप अपने शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को ज्यादा मात्रा में एनिमोएसीड ट्रिप्टोफैन वाले पदार्थ जैसे पनीर और केले खा कर बढ़ा सकते हैं। वे ये सलाह देती हैं कि आपको सप्ताह में कम से कम चार केले खाने चाहियें।
तो अगली बार जब आपको अच्छा न लग रहा हो, उदासी, ढीलापन महसूस हो रहा हो तब खजूर और केले की सूदी लें। खजूर की अद्भुत प्राकृतिक मिठास, ताजे केलों के साथ मिल कर आप को खुश, बहुत खुश बनायेगी।
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#4. केलों से रोग प्रतिरोधी शक्ति बढ़ती है
इन चुनौती भरे दिनों में एक स्वस्थ, मजबूत रोग प्रतिरोधक व्यवस्था (बीमारी से लड़ने की ताकत) जीवन और मृत्यु के बीच का फर्क बन जाती है। केला एक प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ है जिसका मतलब ये है कि ये पेट में सही तरह के जीवाणु पैदा करने में मदद देता है, जिसका सहयोग शरीर को रोगों से लढने में मिलता है।
शोध वैज्ञानिक हमें बताते हैं कि शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को स्वस्थ बनाये रखने में प्रोटीन की ज़रूरी मात्रा, बहुत ज़रूरी फैटी एसिड्स और कम से कम 11 विटामिन्स और खनिज पदार्थ साथ मिल कर काम करते हैं। मध्यम आकार के एक केले में, रोज की ज़रूरी खुराक के लिये, 11 पोषक तत्वों में से 5 यानी लोहा, ज़िंक, विटामिन ए, सेलेनियम और प्रोटीन का 2% भाग मिल जाता है। सामान्य रोग प्रतिरोधी शक्ति के लिये जरूरी 4 दूसरे पोषक तत्वों की बड़ी मात्रा भी केले से मिलती है। आपकी रोज की विटामिन सी की ज़रूरत का 11% भाग आपको एक केला दे सकता है। ये तत्व सफेद रक्त कण बनाने के लिये बहुत ज़रूरी है, जो हमारी रोग प्रतिरोधक प्रणाली का मूल आधार है। पीले केलों की तुलना में लाल केलों में ज्यादा विटामिन सी मात्रा पायी गयी है। केले में विटामिन बी6 ज्यादा मात्रा में होना ही सबसे बड़ा कारण है कि केला हमारी रोग प्रतिरोधी शक्ति को बढ़ाता है। इस शक्ति के लिये बहुत ज़रूरी प्रोटीन्स बनाने के लिये विटामिन बी6 बहुत ही ज़रूरी है। इसकी रोज की जितनी मात्रा हमें चाहिये, उसका 30% एक ही मध्यम आकार के केले से मिल जाता है।
रोग प्रतिरोधी शक्ति बढ़ाने के लिये ज्यादा पके हुए केले बेहतर होते हैं। फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च पत्रिका में 2009 में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि ज्यादा पके हुए केले साधारण पके केलों की तुलना में 8 गुना ज्यादा सफेद रक्त कण बनाते हैं।
#5. केले आपके हृदय के लिये बहुत अच्छे हैं
पोटैशियम एक ऐसा खनिज इलेक्ट्रोलाइट है जो तंत्रिकाओं और माँसपेशियों की कोशिकाओं के लिये जरूरी है। हृदय के काम को और द्रव पदार्थों के संतुलन को ये ठीक बनाये रखता है जो रक्तचाप(बी पी, खून के दबाव) को सही स्तर पर रखने के लिये बहुत ज़रूरी है। पोटैशियम की कमी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे उच्च रक्तदाब और हाइपरटेंशन (भारी तनाव) को बढ़ा सकती है। रक्तदाब को नीचे करने में और हृदय रोगों और झटकों को रोकने में ज्यादा पोटैशियम वाले पदार्थों की उपयोगिता को सभी जानते हैं और अब इसके वैज्ञानिक सुबूत भी उपलब्ध हैं। शोधपत्र बताते हैं कि रक्तवाहिनियों में सोडियम की मात्रा को सीमित कर के रक्तचाप को घटाने में पोटैशियम से भरपूर आहार अच्छा काम करता है। पोटैशियम के जो प्राकृतिक स्रोत उपलब्ध हैं उनमें केला सबसे अच्छा है। एक मध्यम आकार का केला हमारी रोज की ज़रूरतों का 12% हमें देता है।
#6. प्री मेंस्ट्रुअल लक्षणों वाली महिलाओं के लिये केले के फायदे
केलों में मेलेटोनिन भी होता हैजो नींद के लिये सहायक है और शरीर की प्राकृतिक अवस्थाओं को सही रखता है। केले में लौह तत्व भी अच्छी मात्रा में होता है जो महिलाओं को प्री मेंस्ट्रुअल (मासिक स्राव या माहवारी से पहले) अवधि में होने वाली थकान को कम करने में सहायक है। पोटैशियम की कमी से माँसपेशियों में खिंचाव आते हैं। तो कुछ केले खा कर शरीर की पोटैशियम की ज़रूरतों को पूरा किया जा सकता है। पोटैशियम शरीर में पानी को रोक रखने में भी सहायक है जो महिलाओं के लिये उपयोगी है। केलों में उपस्थित विटामिन बी6 लाल रक्त कण बनाता है जो मेंस्ट्रुएशन के समय बहुत उपयोगी है।
#7. प्रीबियोटिक्स का बहुत अच्छा स्रोत
क्या आपको गैस की परेशानी है? क्या आपको अपना भोजन पचाने में तकलीफ होती है? ये हो सकता है अगर आपके पेट में ज़रूरी बेक्टेरिया न हों। लगभग 40 ट्रिलियन बेक्टेरिया हमारे शरीर में होते हैं, जिनमें से ज्यादातर हमारी आँतों में रहते हैं। एक समूह के रूप में उन्हें गट माइक्रो बायोटा कहते हैं और वे हमारे स्वास्थ्य की दशा तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। जैसा कि हमने पहले देखा है, केले प्प्रोबियोटिक्स के अच्छे स्रोत हैं जो गट बेक्टेरिया को बढ़ने में मदद करता है। रेसिस्टेंट स्टार्च की बड़ी मात्रा, जो खास तौर पर कच्चे केलों में होती है, वो छोटी आँत में नहीं रह पाती और बड़ी आँत में पहुँच कर माइक्रोबायोटा के बढ़ने के लिये ईंधन और भोजन का काम करती है।
#8. कसरत करने के बाद सबसे सही खाना
एक औसत आकार के केले में 12 मिलीग्राम तक कोलिन होता है जो एक तरह का बी विटामिन है और ये पोषक तत्व हमारी उन जीन्स पर असर डालता है जो हमारे शरीर में चर्बी इकट्ठा करने के लिये जिम्मेदार हैं। केलों में रेशों की जो बड़ी मात्रा होती है वो भूख शांत करने का, एक तरह से भरा पूरा महसूस करने का भाव पैदा करती है, जिससे हम कम खाते हैं। मैराथन दौड़ दौड़ने वाले और दूसरे भी बहुत ज्यादा सहनशक्ति, ताकत रखने वाले खिलाड़ी केले बहुत पसंद करते हैं क्योंकि उनमें अच्छे कार्बोहाइड्रेटस होते हैं और ग्लूकोज़ भी, जो आसानी से पचने वाली शक्कर है और शरीर को सीधे सीधे ऊर्जा प्रदान करती है। पहलवानों और बॉडीबिल्डरों को भी केले पसंद हैं क्योंकि उनसे अच्छी मात्रा में प्रोटीन मिलती है जो शरीर की कोशिकाओं में जमा होने वाली चर्बी को कम करती है। पके केले इसके लिये बहुत अच्छे हैं क्योंकि उनमें जल्दी पचने वाली प्राकृतिक शक्कर होती है। क्या आप एक कठिन मेहनत वाले कसरत सत्र के बाद थकान महसूस कर रहे हैं ? तो मूंगफली के दाने डाल कर बनाया गया ये केले का स्वादिष्ट शेक आपको भारी कसरत के बाद ताकत देने वाली सही चीज़ है।
#9. मजबूत हड्डियों के लिये केले
जब हम स्वस्थ, मजबूत हड्डियों के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहली बात जो हमारे दिमाग में आती है वो है कैल्शियम! एक मध्यम आकार के केले में हमारी रोजाना की कैल्शियम की ज़रूरत का सिर्फ 1% भाग होता है - पर ये केला हमारे शरीर को बेहतर ढंग से कैल्शियम पचाने में मदद करता है। एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक शोध के अनुसार केले से मिलने वाले कुछ खास प्रीबायोटिक रसायन पेट में रहते हैं और और कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाते हैं जो आसानी से पच जाती है। केलों में मौजूद पोटैशियम की ज्यादा मात्रा भी हड्डियों के लिये अच्छी होती है। अध्ययनों ने यह अंतिम रूप से बताया है जो लोग ज्यादा पोटैशियम लेते हैं, उनके शरीर में हड्डियों की कुल मात्रा का पिंड ज्यादा होता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत भी रहती हैं और ऑस्टोपोरोसिस (हड्डियों का हल्का होना, गलना) का खतरा भी कम होता है।
#10. केले आसानी से मिलते हैं
केलों का सबसे बड़ा फायदा शायद ये है कि दुनिया के हर बाज़ार में केले कम कीमत पर हमेशा मिलते हैं। केले का छिलका मोटा और कड़ा होने से कीटनाशकों और दूसरे रसायनों का अंदर के कोमल और स्वादिष्ट गूदे पर खराब असर नहीं होता और ये कहीं भी ले जाने और भेजने के लिये आसान है। तो, केले का आसानी से मिलना और इस फल के सभी तरह के फायदे इसे सबसे अच्छा, स्वस्थ नाश्ता बनाते हैं। दो या तीन मध्यम आकार के केले आपके लिये एक समय के भोजन का भी काम कर सकते हैं, अगर आप यात्रा में हैं या आपके पास पूरा खाना नहीं है। अच्छे पेय पदार्थों में इनका मिश्रण अद्भुत होता है और सेंके गये भोजन पदार्थों में भी ये अच्छा काम करते हैं, जहाँ अंडे की जगह इनका उपयोग हो सकता है और इनकी वजह से शक्कर मिलने की ज़रूरत भी कम हो जाती है। बिना सेंके बनाये जाने वाले आसान और स्वादिष्ट चॉकलेट - पीनट - नो बेक पाई जैसे मजेदार पदार्थों में भी केले का उपयोग अच्छा होता है।
तो अब आप किसकी राह देख रहे हैं? अपने रोज के आहार में केले का उपयोग कीजिये और स्वास्थ्य और खुशहाली के फायदे उठाईये!
क्या आपको मीठा बहुत पसंद है? तो, केले के अपने अगले भोजन में शहद मिलाईये और अपने खाने में ज्यादा मिठास लाईये। शहद के 8 फायदों के बारे में भी जानिये।.