टॉप 3 सेलीब्रिटी प्रश्न-उत्तर

ऐसा लगता है कि भावों, संबंधों, मृत्यु के बाद जीवन आदि पर सबसे अधिक प्रश्न पूछे गए। और ऐसे प्रश्न लोकप्रिय हस्तियों और लोगों के दिमाग में एक साथ आए!

सोनाक्षी सिन्हा ने सद्‌गुरु से पूछा, ‘मैं भावात्मक जुड़ाव को कैसे संभाल सकती हूँ?’

मौनी ने सद्‌गुरु से पूछा, ‘गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड’ रिलेशनशिप कठिन क्यों हैं?’

काजल अग्रवाल ने सद्‌गुरु से पूछा, ‘क्या पुनर्जन्म संभव है?’

लोगों द्वारा दस अलग-अलग विषयों पर प्रश्न पूछे गए (प्रश्न UnplugWithSadhguru.org पर पूछे जा सकते हैं)। पढ़ते हैं हर विषय पर पूछे गए टॉप 5 प्रश्न:

कल्याण या खुशहाली

  1. चिंता से बचाव के लिए क्या करना चाहिए? ओसीडी(मनोग्रसित बाध्यता विकार) और दूसरे मानसिक रोग बढ़ रहे हैं। इनसे छुटकारा कैसे पा सकते हैं?
  2. सद्‌गुरु, जीवन में स्थिरता कैसे लाएँ? मैं आज एक काम करने के बारे में सोचता हूँ और उसे कल भूल जाता हूँ। मैं इस चक्र में उलझा हुआ महसूस करता हूँ।
  3. कैंसर से अपनी पहली लड़ाई के बाद मैंने जीवन में बहुत सी बातों को बदल दिया ताकि अपनी सेहत सुधार सकूँ। छह महीने बाद मेरा कैंसर वापिस आ गया था। मेरी उम्र बीस साल है इसलिए मैं जानना चाहता हूँ कि ऐसा कौन सा अभ्यास है जिसके बल पर कैंसर-मुक्त रहा जा सकता है?
  4. मैं बरसों की कड़ी मेहनत और परिश्रम के बाद भी अपने जीवन से शरीर की पीड़ा (चोट व रोग) के चक्र को तोड़ नहीं पा रहा हूँ। हालांकि इन चक्रों के बीच की अवधि थोड़ी बड़ी है परंतु इन्हें पूरी तरह से मिटा नहीं सका। अब ये पीड़ा मेरे प्राण ले रही है।
  5. मैं ब्रह्माण्ड की हर चीज़ के बारे में प्रसन्न व उत्साहित होना चाहता हूँ ...जीवन के प्रत्येक क्षण का आनंद लेना चाहता हूँ...मैं कोशिश भी कर रहा हूँ पर ऐसा लग रहा है कि यह सब बनावटी तौर पर हो रहा है। मेरे लिए यह सहज भाव से क्यों नहीं हो सकता?

शरीर व मन

  1. क्या हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) शारीरिक, मानसिक या आध्यात्मिक रूप से हानिकारक है?
  2. एक बार आपने कहा था कि ऐसे कुछ अभ्यास हैं जिनके बल पर वंशों से आने वाली याद्दाश्त को बदला जा सकता है, और इस तरह वह व्यक्ति संपूर्ण हो सकता है। वे अभ्यास कौन से हैं?
  3. नमस्कारम् सद्‌गुरु, एक युवा होने के नाते मैं हारमोनल हाईजैक से कैसे बच सकता हूँ। यह ऊर्जा इतने बंधनों के साथ क्यों आती है? मैं ऐसे कौन से अभ्यास कर सकता हूँ जिनके बल पर, युवावस्था में ही मन व शरीर के बाध्यकारी तरीकों से पार जाने के लिए जरुरी बुनियाद रखी जा सके?
  4. अगर कोई व्यक्ति अपाहिज बन कर जन्मा है (मेरे मामले में रीढ की हड्डी व स्नायु) तो क्या फिर भी मोक्ष पाने का अवसर मिल सकता है? जैसा कि आपने कहा कि रीढ़ की हड्डी ब्रह्माण्ड की धुरी(एक्सिस) है और इसमें से प्राण ऊर्जा बहती है, तो अगर ये अंग ही क्षतिग्रस्त हो तो क्या करें?
  5. हम हस्तमैथुन और पोर्नोग्राफी की लत से कैसे छूट सकते हैं? क्या यह सामान्य है? क्या हमें जबरन इसे दबाना चाहिए? इसके बाद होने वाले अपराध बोध(गिल्ट) से कैसे बचें?

भावनाएं

  1. सद्‌गुरु, मैं लंबे समय से एक ईशा साधक के प्रेम में हूँ। क्या मुझे उसे इस बारे में बता देना चाहिए। क्या ईशा साथी से विवाह करना उचित है? हो सकता है कि मेरी बात सरल लगे परंतु मैं उसे सच्चे दिल से चाहता हूँ।
  2. नमस्कारम् सद्‌गुरु, मुझे लोगों के साथ घुलने-मिलने में बहुत परेशानी होती है। जब भी किसी से मिलता हूँ तो असहज हो जाता हूँ और वहाँ से भागने को दिल करता है। क्या यह कोई मानसिक रोग है या मैं समाज के लिए फिट नहीं हूँ? मुझे क्या करना चाहिए।
  3. नमस्कारम् सद्‌गुरु, साधना और खानपान की आदतों के कारण मेरा कुछ वज़न घट गया है। लोग कहते रहते हैं कि मैं कितना दुबला हो गया। दुबला होने में बुराई नहीं पर एक ही बात बार-बार सुनना अच्छा नहीं लगता। इससे कैसे निपटा जाए?
  4. नमस्कारम् सद्‌गुरु, मेरे मन में आपको खोने का भय रहता है। आपकी भौतिक अनुपस्थिति के बारे में सोचते ही मेरा दिल रो उठता है। इसके साथ ही, प्रियजनों को भी खोने का भय बना रहता है। मैं इस भय की सच्चाई जानना चाहता हूँ।
  5. क्या अपने जीवन से ज़हरीले लोगों को सदा के लिए काटना उचित है या हमें हर हाल में उनके साथ मधुरता से पेश आना चाहिए?

आध्यात्मिकता

  1. नमस्कारम् सद्‌गुरु, एक किशोर के रूप में, सारे परिवार को मुझसे बड़ी अपेक्षाएँ हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूँ कि परिवार से उलझे बिना, स्वयं को अध्यात्म के पथ पर आगे कैसे ले जा सकते हैं? उन्हें लगता है कि मैं परिवार का त्याग कर दूँगा।
  2. आप अपने प्रोग्रामों में जो साधना सिखाते हैं, क्या वह हमें ध्यानलिंग में संजोए गए ज्ञान को पाने के योग्य बनाने के लिए काफी है?
  3. मेरी आयु तेईस साल है। मैंने इनर इंजीनियरिंग और हठ योग किया है। मैं ईशा में संन्यासी के तौर पर अपना शेष जीवन आध्यात्मिक विकास के लिए लगाना चाहता हूँ। मेरे माता-पिता इसकी अनुमति नहीं देंगे। पर मैं उनके मरने की प्रतीक्षा नहीं करना चाहता। मुझे क्या करना चाहिए?
  4. नमस्कारम् सद्‌गुरु, आपने कहा अगर आपने किसी को दीक्षा दी है तो ये उसका आखिरी जन्म है। क्या हमें उन लोगों की मृत्यु के बाद भी कालभैरव कर्म जैसे अनुष्ठान करने चाहिए, जिन्होंने इनर इंजीनियरिंग की है? या यह अनावश्यक है?
  5. नमस्कारम् सद्‌गुरु, तब क्या होता है, जब हम शाम को छह बज कर बीस मिनट वाले ध्यान में मौजूद होते हैं?

सफलता

  1. मैं चौबीस साल की स्त्री हूँ। मैं समझ नहीं पा रही कि मैं जीवन से क्या चाहती हूँ। मुझे एक साथ बहुत सारी चीज़ें रोचक लगती हैं। मैं केवल यह जानना चाहती हूँ कि अपने लिए ऐसे काम का चुनाव कैसे करुँ जिसे मैं आजीवन पसंद के साथ कर सकूँ? मुझे क्या चुनना चाहिए?
  2. नमस्कारम् सद्‌गुरु, आप हमेशा जीवन को पूरी गति से जीने को कहते हैं। हम नौजवान, जीवन के हर पहलू में इसे कैसे अनुभव कर सकते हैं? हमें इसके लिए कौन से कदम एकदम से उठाने चाहिए?
  3. कहा जाता है कि श्रीनिवास रामानुजम गणितीय समीकरणों(मैथमेटिकल इकुएशन) को इस तरह लिखते थे मानो वे सारा ब्रह्माण्ड नाप चुके हों। वे कहते थे कि स्वयं देवी उन्हें गणितीय(मैथ्स) सूत्र देती थीं। मैं इस अवस्था को कैसे पा सकता हूँ?
  4. मैं संसार में बहुत कुछ करने के बारे में सोचता हूँ परंतु कुछ भी नहीं कर पाता। क्या करना चाहिए?
  5. मैं अपने आप से प्रभावित होने से कैसे बच सकता हूँ? कई बार सफलता का संकेत मिलता है परंतु किसी कारण से उसे पाने से वंचित रह जाता हूँ। मैं जानना चाहता हूँ कि एक निश्चित भीतरी अवस्था पर लंबे समय तक कैसे टिका जा सकता है?

पाबंदी या मनाही

  1. कृपया हस्तमैथुन या मास्टरबेशन के बारे में जानकारी दें। डॉक्टर सलाह देते हैं कि यह एक सेहतमंद अभ्यास है। जबकि कृष्ण ने गीता में कहा है कि हमें इस महत्वपूर्ण वीर्य की रक्षा करनी चाहिए। इनर इंजीनियरिंग के दस दिन बाद, मेरे भीतर से हस्तमैथुन की इच्छा चली गई है, कृपया स्पष्ट करें।
  2. एक युवक के तौर पर अक्सर मेरी यौन ऊर्जा मेरे कण्ट्रोल से बाहर होती है। इससे मेरे दिमाग में उथल-पुथल रहती है और मैं दैनिक अभ्यास में भी केंद्रित नहीं रह पाता। मैं क्या कर सकता हूँ? मैं इस चक्र को कैसे तोड़ सकता हूँ? सभी स्वामी इससे कैसे निपटते हैं?
  3. नमस्कारम् सद्‌गुरु, अन्य किशोरों की तरह मेरे मन में भी हस्तमैथुन की इच्छा पैदा होती है। मुझे लगता है कि यह हानिकारक है, मैं इससे छुटकारा कैसे पा सकता हूँ?
  4. क्या दबी हुई कामवासना के कारण समलैंगिकता या उभयलैंगिकता(होमोसेक्शुलिटी या बाईसेक्शुलिटी) पैदा होती है? क्या इसका संबंध जेनेटिक(वंश) या मेमोरी से जुड़ा है। क्या अपने यौन अनुकूलन(सेक्शुअल ओरिएंटेशन) को बदला जा सकता है?
  5. ऑनलाइन डेटिंग एप या एस्कॉर्ट सर्विस के चलते सेक्स करना एक आम बात हो गई है। क्या बहुत सारे यौन साथियों का होना ठीक है? यह किसी व्यक्ति को कैसे प्रभावित कर सकता है? क्या सेक्स करने के लिए विवाह करना आवश्यक है?

लोग

  1. जब आप अपने आसपास के लोगों की लड़ाई, नफरत, बेपरवाही के बीच उलझ जाएँ तो आपको क्या करना चाहिए, और खासतौर पर जब हर कोई अपन-अपने छोटे छोटे काम करने लगे, और किसी का किसी से कोई नाता न रहे।
  2. आपने दिखाया कि जब एक रुद्राक्ष माला को सकारात्मक/नकारात्मक या तटस्थ(न्यूट्रल) प्राणिक भोजन के ऊपर लटकाया जाता है तो वह अलग-अलग तरीकों से घूमती है। अगर आप इसे किसी वैज्ञानिक प्रयोग के साथ दिखा पाएं, तो सारा संसार सकारात्मक प्राणिक भोजन करने लगेगा। तो आप ऐसा क्यों नहीं करते?
  3. नमस्कारम् सद्‌गुरु, मैंने एक औरत को आपकी तस्वीर से बातें करते देखा। क्या वह गलत मान्यताओं के फेर में है या उसे श्रद्धा का अनुभव हो रहा है - अगर हाँ, तो क्या आपने उसकी बात सुनी?
  4. कुछ दशाओं में दो लोग एक साथ रहना चाहते हैं परंतु बाहरी हालात उन्हें यह अवसर नहीं देते, और कुछ दशाओं में दो लोग सालों तक एक साथ रहते हैं परंतु उनके भीतर एक-दूसरे के लिए प्रेम नहीं होता। ऐसा क्यों है? क्या वे एक-दूसरे से ऊब जाते हैं?
  5. नमस्कारम् सद्‌गुरु, एक व्यक्ति के रूप में आपके जीवन का अंतिम हिस्सा क्या था? यह एक गुरु के रूप में आपके जीवन से कैसे अलग है?

समाज

  1. शहरों में लड़कियों का जीवन किसी बुरे सपने जैसा होता जा रहा है। छेड़खानी, जुमलेबाजी या सार्वजनिक वाहनों में बदतमीजी आम होती जा रही है। लड़कियाँ कोई आवाज़ नहीं उठातीं। सभ्यता को कलंकित करने वाली इन बुराईयों के लिए क्या करना चाहिए?
  2. सद्‌गुरु ऐसा क्यों कहते हैं कि किसी खास दिन नाखून मत काटो या बाल मत काटो। शनिवार को लोगों के घर मत जाओ। पीपल के आसपास मूत्र त्याग मत करो वरना भूत-प्रेत पीछे पड़ जाएँगे। केवल शुभ मुहूर्त में विवाह करो। कुंडली मिलाओ और ऐसी बहुत सारी बातें।
  3. भारतीय माता-पिता अपने बच्चे के कैरियर को अपने वश में क्यों करना चाहते हैं? उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि वे सब जानते हैं?
  4. नमस्कारम् सद्‌गुरु, सारे संसार की प्राण प्रतिष्ठा करने का क्या उपाय हो सकता है? हम इस काम में आपकी कैसे मदद कर सकते हैं?
  5. प्रणाम गुरुदेव, करवाचैथ पर किसी स्त्री के व्रत रखने से उसके पति की आयु लंबी कैसे हो सकती है? चंद्रमा तो एक खगोलीय वस्तु है। गरलियापा करवाचैथ स्पेशल पर एक पैरोडी बनी है। अगर आप वह वीडियो देखें, तो बहुत अच्छा होगा।

जीवन और मृत्यु

  1. मैं यह जानने के लिए क्या कर सकता हूँ - कि स्वेच्छा से प्राणों का त्याग कैसे कर सकते हैं? मैं ये उस समय के लिए जानना चाहता हूँ, जब इसका समय आएगा।
  2. अगर आवश्यकता हो तो सद्‌गुरु से बात कैसे हो सकती है? मैंने पीड़ादायी अवस्था में ब्रह्मानंद स्वरूपा का जाप किया परंतु वह कारगर नहीं रहा क्योंकि पीड़ा बहुत गहरी थी और मैं परेशान था। मैं उनसे बात करना चाहता था पर नहीं कर सकता था।
  3. बचपन से ही ध्यान करता आ रहा हूँ। शून्यता का अनुभव भी पाया है। अब शांभवी और सूर्यक्रिया भी किए। सद्‌गुरु से मिलकर, मुझे मुक्ति पाने का भरोसा मिल गया है। अब सब कुछ जानना चाहता हूँ। खासतौर पर पिछले जीवन के बारे में थोड़ा सा जानना चाहता हूँ, ताकि अधिक गहराई में उतर सकूं, कैसे संभव होगा?
  4. प्रणाम गुरुदेव, क्या शिव केवल शून्य हैं या वास्तव में कोई व्यक्ति हैं? क्या वह केवल शून्यता हैं और हाँ तो मैं उन्हें अपनी गहरी निद्रा में भी इतना स्पष्ट कैसे देख सकता हूँ। मैंने उन्हें इस हद तक देखा कि मैं कई माह तक आराम से सो ही नहीं सका?
  5. आपने कहा कि हर जीवन-काल के लिए कुछ निश्चित कर्म होते हैं और इनके ख़त्म होने के थोड़े समय के बाद अगले जन्म में दूसरे कर्म दिए जाते हैं। ये कर्म कौन देता है, और यह कैसे तय होता है कि अगले जन्म में कौन से कर्म दिए जाने हैं?

कॉकटेल

  1. आपने कहा गुरु किसी के लिए उचित कॉकटेल तैयार कर सकते हैं, जो उनके कर्मों और आध्यात्मिक विकास की जरूरतों पर निर्भर करता है। हम अपने लिए ख़ास कॉकटेल पाने के लिए आप तक कैसे पहुँच सकते हैं। ऐसी कॉकटेल जो हमारे लिए सबसे बेहतर हो?
  2. शिव या आदियोगी की दाढ़ी क्यों नहीं थी?
  3. ऐसा क्यों होता है कि आपके टॉक देखने के दौरान मन में बहुत से सवाल होते हैं पर मैं हाल ही में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में आपके सामने मौजूद था। मैं कुछ पूछने के बारे में सोच ही नहीं सका और आपको एकटक देखता रहा।
  4. नमस्कारम् सद्‌गुरु, मेरा मन हमेशा बदलता रहता है। मैं लंबे समय तक किसी काम पर केंद्रित नहीं रह पाता। एकाग्रता को कैसे बढ़ा सकते हैं? इसके लिए हम क्या कर सकते हैं?
  5. शंकरन पिल्लै कौन है?

संपादक का नोट : चाहे आप एक विवादास्पद प्रश्न से जूझ रहे हों, एक गलत माने जाने वाले विषय के बारे में परेशान महसूस कर रहे हों, या आपके भीतर ऐसा प्रश्न हो जिसका कोई भी जवाब देने को तैयार न हो, उस प्रश्न को पूछने का यही मौक़ा है! - unplugwithsadhguru.org
 

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