प्रश्न: सद्गुरु, क्या तनाव और दबाव में फर्क होता है? अगर फर्क होता है तो वह फर्क क्या है? क्या हेल्दी प्रेशरजैसी भी कोई चीज होती है?

सद्गुरु: यह वाकई अफसोस की बात है कि जो लोग कामयाब हैं, वे प्रेशरकी बात कर रहे हैं, ‘प्लेज़रकी नहीं। कामयाब लोग यह संदेश दे रहे हैं कि कामयाबी एक पीड़ा है।

हर छोटे और बड़े काम में सफलता की तलाश

यह एक बहुत ही गलत संदेश है, क्योंकि कामयाबी मानव जीवन में सबसे मधुर चीज है। चाहे वो आपका बड़ा कारोबार हो या फिर घर पर किए जाने वाले छोटे-छोटे काम हों, या फिर गोल्फ में शॉट लगाने की बात हो, या अपना नाक पोंछकर टिश्यू पेपर को डस्टबिन के अन्दर फेंकना हो - आप हर काम में कामयाबी चाहते हैं। क्या ये महत्वपूर्ण नहीं हैं? सफलता महत्वपूर्ण है, लेकिन फिलहाल अगर आप इस दुनिया के कुछ सबसे सफल लोगों को देखें तो आपको उनके चेहरे सबसे ज्यादा तनावग्रस्त व दुखी नजर आएंगे। अगली पीढ़ी के लिए यह एक गलत संदेश है।

सफलता की तलाश जरुरी है

साठ के दशक में अमेरिका में बड़े पैमाने पर ऐसा हुआ था, वहां देखा गया कि पारंपरिक कारोबारी लोगों का चेहरा दुखी व लटका हुआ रहता था। तब वहां नौजवानों ने तय किया कि जीवन में कुछ बड़ा करके अंत में दुखी होने के बजाए सड़क पर धुंआ उड़ाते घूमना बेहतर है। मैं आपको बता रहा हूं कि नौजवान जिंदगी की तलाश में होते हैं, न कि सफलता की। जब तक आप सफलता को जीने के एक महान तरीके के रूप में नहीं बदलते और अगर यह संदेश हर ओर नहीं जाता, तो समाज सफलता की तलाश ही बंद कर देगा और फिर निश्चित रूप से वह समाज पतन की ओर जाएगा।

तब वहां नौजवानों ने तय किया कि जीवन में कुछ बड़ा करके अंत में दुखी होने के बजाए सड़क पर धुंआ उड़ाते घूमना बेहतर है।

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फिलहाल अपने समाज में सफलता की चाहत दिखाई देती है। यह जरूरी है कि आप में से जो लोग कामयाब हैं, कम से कम वे अपना चेहरा खुशहाल दिखाएं। आपके ऊपर यह एक बड़ी जिम्मेदारी है कि आपके जरिए लोग कामयाबी को एक महान चीज के तौर पर देखें, पीड़ा के तौर पर नहीं। आखिर तकलीफ क्यों हो रही है? अब आप तनाव के बजाए एक थोड़ा बेहतर शब्द लाने की कोशिश कर रहे हैं, ‘दबाव। आप इसे कारोबार की खुशीक्यों नहीं कह सकते? आप पर दबाव कब होता है? आप दबाव तभी महसूस करते हैं, जब आप किसी ऐसी स्थिति का सामना करते हैं, जिसे संभालना आप नहीं जानते। है न?

दबाव कब होता है?

मान लीजिए कि फिलहाल मैं अशिक्षित हूं। ऐसे में अगर कोई मुझसे अपना नाम लिखने के लिए कहे तो मैं दबाव में आ जाऊंगा, क्योंकि मैं अपना नाम लिखना नहीं जानता। अगर रोज आप ऐसे हालात का सामना कर रहे हैं, जिन्हें आप संभालना नहीं जानते तो इसका मतलब है कि आप लगातार विकास कर रहे हैं, एक जगह पर ठहरे नहीं हैं। अगर आप रोज एक जैसी समस्याओं का ही सामना करेंगे, जिन्हें आपको अच्छी तरह से संभालना आता है, तो शायद इसका मतलब है कि आप कहीं कोई तरक्की नहीं कर रहे, आप वहीं ठहरकर रह गए हैं। 

 

जब आप कहते हैं कि मैं नई स्थितियों का सामना नहीं करना चाहता, तो अचेतन रूप से आप कह रहे होते हैं कि मैं आगे नहीं बढऩा चाहता। मैं चुनौतियों का सामना नहीं करना चाहता। इसका मतलब हुआ कि आप हमेशा के लिए एक जगह रुक जाने का फैसला कर रहे हैं। इस स्थिति में एक खास तरह की सुविधा तो है, लेकिन सुविधा इंसान को खत्म कर सकती है। अगर आप काम के बोझ से थककर और निढाल होकर मरते हैं तो यह चलेगा, लेकिन अगर आप बोरियत से मरते हैं तो ऐसी जिंदगी भयानक होगी।

किसी परिस्थिति को दबाव का नाम देना बंद कीजिए

तो इसे आप कोई दूसरा नाम देने की कोशिश मत कीजिए। बस एक बात समझने की कोशिश कीजिए कि अगर आपका शरीर आपसे निर्देश लेता है तो आप सेहत को चुनेंगे या बीमारी को? निश्चित तौर पर सेहत को, इसमें कोई शक नहीं। इसके लिए आप किसी से राय भी नहीं लेंगे। उसी तरह अगर आपका मन आप से आदेश लेता तो आप खुशी और तनाव में से निश्चित तौर पर खुशी चुनेंगे। अगर आपकी भावनाएं आपसे निर्देश लेती हैं, तो आप प्रेम, करुणा, सुखद अहसास को चुनेंगे।

तो इसे आप कोई दूसरा नाम देने की कोशिश मत कीजिए। बस एक बात समझने की कोशिश कीजिए कि अगर आपका शरीर आपसे निर्देश लेता है तो आप सेहत को चुनेंगे या बीमारी को?  

 

तो आपकी पसंद स्पष्ट है। ऐसे में आपको समझना होगा कि कहीं न कहीं या तो आपका शरीर या आपका मन या आपकी भावनाएं आपसे निर्देश नहीं ले रहीं हैं। हो सकता है कि आपने कभी इस पर गौर ही न किया हो कि आखिर निर्देश देने का बटन व स्विचबोर्ड कहां हैं? आप को कुछ नहीं पता। आप बस यूं ही बटन दबाए जा रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह काम करेगा। हो सकता है कि इत्तेफाक से आप कहीं पहुंच जाएं, लेकिन आप वहां ज्यादा देर तक ठहर नहीं पाएंगे - आप किसी न किसी तरह से खुश होने की, शांत होने की व कामयाब होने की कोशिश कर रहे हैं। अगर अपने कारोबार में सफल होने का एक तरीका है तो फिर प्यार, खुशी, आनंद व शांति को हासिल करने का तरीका क्यों नहीं है? बेशक, इसका भी तरीका है।