Main Centers
International Centers
India
USA
Wisdom
FILTERS:
SORT BY:
चाहे वह आसान हो या मुश्किल - आप जहाँ जाना चाहते हैं, उससे कभी अपना ध्यान न हटाएँ।
नियंत्रित करने का मतलब है किसी चीज को कुछ खास सीमाओं में सीमित करना। अपने मन को नियंत्रित मत करें - उसे आजाद कर दें।
जब आप दूसरे से यह उम्मीद करना छोड़ देते हैं कि उसे क्या करना चाहिए, तभी आपके संबंध सफल होते हैं।
दूसरों के स्नेह या ध्यान की अपेक्षा किए बिना, सभी पर स्नेह बरसाने में सक्षम होना - यही स्वतंत्रता है।
कर्म न तो अच्छा होता है और न ही बुरा। ये वो गोंद है जो आपको इस शरीर से चिपकाए रखता है। जिस पल आप अपने सारे कर्म धो डालते हैं, आप चले जाएंगे।
सच्ची करुणा कुछ देने या लेने के बारे में नहीं है। यह वह करने के बारे में है जिसकी जरूरत है।
जीवन के साथ शामिल न होने से ही आती है बोरियत। क्योंकि आप अपने ही विचारों और भावनाओं में खोए रहते हैं।
आप अपने बारे में जो सोचते हैं और दूसरे आपके बारे में जो सोचते हैं – उसका अस्तित्व के स्तर पर कोई महत्व नहीं है।
अपने बच्चे की अच्छी परवरिश के लिए आपका सुपर स्मार्ट होना जरूरी नहीं है। आपको बस आनंदमय, प्रेममय, और ईमानदार होना है।
आपको दूसरों से बेहतर होने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन आपको अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा।
आपके जीवन के हालातों में चाहे जो भी संकट आते हैं, आप खुद को एक संकट मत बना लीजिए।
शिक्षण कोई पेशा नहीं होना चाहिए - इसे एक जुनून होना चाहिए। सिर्फ तभी शिक्षा जानकारी थोपने से आगे बढ़कर सत्य की खोज की ओर बढ़ सकती है।