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Wisdom
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आपका स्वास्थ्य और आपकी बीमारी; आपकी खुशी और आपका दुख, यह सब आपके अंदर पैदा होते हैं। अगर आप खुशहाली चाहते हैं, तो अपने अंदर मुड़ने का समय आ गया है।
एक बार जब आप अपने अस्तित्व के आंतरिक सुख का आनंद ले लेते हैं, तो बाहरी सुख बचकाने लगने लगते हैं।
आप इस ब्रह्मांड में एक छोटा-सा कण हैं। लेकिन इस छोटे से कण में पूरे ब्रह्मांड को समाहित करने की क्षमता है।
अगर आपमें पूरी स्पष्टता है, तो साहस की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि स्पष्टता ही आपको पार ले जाएगी।
जीवन में सबसे बड़ी तृप्ति कुछ ऐसा करने में है जो आपसे कहीं अधिक विशाल हो।
अपने आस-पास की हर चीज में गहराई से और जागरूकता पूर्वक शामिल होने पर, कोई उलझन नहीं होती; बस आंनद आता है।
खुशी कोई बाहर खोजने की चीज नहीं है - यह आपके अंदर है। अगर आप अपने मन को न उलझाएं, तो आप स्वाभाविक रूप से खुश रहेंगे।
आध्यात्मिक प्रक्रिया का उद्देश्य जीवन से भागना नहीं है। इसका उद्देश्य, जीवन में हर चीज का इस्तेमाल करके खुद को मुक्त करना है, न कि खुद को उलझाना है।
कर्म आपके कार्यों में नहीं, बल्कि आपकी इच्छा में होता है। आपके जीवन की घटनाएं नहीं; बल्कि उन घटनाओं के पीछे का संदर्भ कर्म पैदा करता है।
अगर आप अपने शरीर, मन, ऊर्जा, और भावनाओं को एक खास स्तर तक परिपक्व बनाते हैं, तो ध्यान स्वाभाविक रूप से होगा।
जीवन का मूल मकसद जीवन को उसकी संपूर्ण गहराई और आयाम में अनुभव करना है।
हर विचार, हर स्पंदन जो आप अपने मन के स्तर पर पैदा करते हैं, वह आपके शरीर की रासायनिक संरचना को बदल देता है।