ध्यानलिंग कई आत्मज्ञानियों का सपना रहा है। यह एक अनूठा ऊर्जा केंद्र है जिस में सातों चक्रों की चरम तक प्राण प्रतिष्ठा की गई है। ध्यानलिंग के सम्मुख सिर्फ कुछ मिनटों के लिए मौन होकर बैठना ही ध्यान की गहरी अवस्था का अनुभव करने के लिए काफी है।
जानते हैं ईशा योग केंद्र में मौजूद ध्यानलिंग के बारे में जिसे प्राण प्रतिष्ठा के द्वारा रचा गया है। ध्यानलिंग दिव्यता की उच्चतम अभिव्यक्ति है, और पारे पर आधारित विश्व का सबसे बड़ा जीवंत लिंग है।
ध्यानलिंग कई आत्मज्ञानियों का सपना रहा है। यह एक अनूठा ऊर्जा केंद्र है जिस में सातों चक्रों की चरम तक प्राण प्रतिष्ठा की गई है। ध्यानलिंग के सम्मुख सिर्फ कुछ मिनटों के लिए मौन होकर बैठना ही ध्यान की गहरी अवस्था का अनुभव करने के लिए काफी है।
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