हावर्ड विश्वविद्यालय – सद्गुरु और वैज्ञानिकों के बीच चेतना और एनेस्थीसिया पर चर्चा
इस स्पॉट में, सद्गुरु "याद्दाश्त, चेतना, और कोमा" पर चिकित्सा वैज्ञानिकों के साथ हाल ही में हुई चर्चा का एक वीडियो क्लिप साझा कर रहे हैं। साथ ही देखें 14 मई 2018 को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के सैंडर्स थिएटर में हुए इस कार्यक्रम की तस्वीरें। वीडियो में, एमरी एन ब्राउन, एमडी, पीएचडी, एनेस्थेसिया और कम्प्यूटेशनल न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर; निकोलस डी शिफ, एमडी, पीएचडी, न्यूरोलॉजी और न्यूरोसाइंसेज के प्रोफेसर, और सद्गुरु एनेस्थीसिया से मस्तिष्क, मन और चेतना में एनेस्थीसिया के बाद आने वाले बदलावों के बारे में चर्चा कर रहे हैं। सद्गुरु जागृति/सजगता पर प्रकाश डालते हैं और अपने स्वयं के यौगिक अनुभवों के आधार पर तुरीया या चेतना की एक गहरी परिभाषा प्रदान करते हैं।
हावर्ड विश्वविद्यालय में हुए कार्यक्रम की तस्वीरें
हावर्ड विश्वविद्यालय में हुई बातचीत में प्रोफेसर एमरी एन ब्राउन, प्रोफेसर निकोलस डी. शिफ और सद्गुरु।
एक युवा दर्शक सद्गुरु से मिलते हुए।
स्थल: हावर्ड विश्वविद्यालय में सैंडर्स रंगमंच।
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सैंडर्स थिएटर अपने ध्वनिकों(अकूस्टिक्स) के लिए प्रसिद्ध है।
एनेस्थेसिया के प्रोफेसर एमरी एन ब्राउन, एमडी, पीएचडी और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर निकोलस डी शिफ, एमडी, पीएचडी अपने क्षेत्र के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक हैं।
हावर्ड विश्वविद्यालय में दुनिया के अलग-अलग देशों के छात्र पढ़ते हैं।
चिकित्सा वैज्ञानिकों और सद्गुरु के बीच हुई चर्चा का शीर्षक "स्मृति, चेतना, और कोमा" था।
सद्गुरु ने कहा, "हम मस्तिष्क को एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू के रूप में नहीं देखते हैं क्योंकि हम देखते हैं कि बुद्धि/प्रज्ञा पूरे सिस्टम में मौजूद है।"
अस्तित्व से जुड़े विषय पर विशेषज्ञों की अंतर्दृष्टि से सीखते हुए।
विंस्टन चर्चिल, थियोडोर रूजवेल्ट और मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने यहाँ भाषण दिए हैं।
चर्चा के लिए निर्धारित समय खत्म हो चुका है, लेकिन अब भी खोज करने के लिए बहुत कुछ है।
दर्शक बातचीत के बाद सद्गुरु के आसपास इकट्ठे होते हुए।
छोटे बच्चे सद्गुरु से मिलते हुए।
हावर्ड विश्वविद्यालय मेमोरियल हॉल के बाहर विक्टोरियन युग की गोथिक वास्तुकला के नमूने।
हावर्ड विश्वविद्यालय मेमोरियल हॉल के बाहर विक्टोरियन युग की गोथिक वास्तुकला के नमूने।