वर्ष 2004 में, दक्षिणी एशिया में तबाही मचाने वाली सुनामी के बाद, ईशा फाउंडेशन की टीम ने अनेक सुनामी-ग्रस्त ग्रामों में पुनर्वास कार्यक्रम आयोजित किए। ईशा की टीम उन दलों में से एक थी, जो आपदा-ग्रस्त क्षेत्रों में सबसे पहले पहुँचे।