Main Centers
International Centers
India
USA
Wisdom
FILTERS:
SORT BY:
केवल वही लोग वास्तव में सुरक्षित हैं जो सुरक्षा की जरूरत से परे चले गए हैं।
शरीर और मन आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं। जब शरीर स्थिर होता है, तो मन स्वाभाविक रूप से उसका अनुसरण करता है।
मनुष्य होने का अर्थ है प्रकृति के तथाकथित नियमों से परे जाने और कुछ ऐसा करने की क्षमता रखना जो हमसे कहीं अधिक विशाल हो।
आपकी वंशावली एक सोपान बने, जाल नहीं। महालय अमावस्या वह संभावना पैदा करती है।
प्रेम किसी दूसरे के बारे में नहीं है। प्रेम कोई कार्य नहीं है। प्रेम आपके होने का तरीका है।
डर अचेतन होने का एक परिणाम है। डर हमें बचाता नहीं है। केवल सचेतन होकर ही हम सही मायनों में जीवन का निर्माण कर सकते हैं।
आत्मज्ञान प्रकाश के बारे में नहीं है, बल्कि यह उस दृष्टि के बारे में है, जो प्रकाश और अंधकार से परे है।
आप चाहे पसंद करें या न करें, जीवन आपसे हर तरह के सर्कस, बाजीगरी और कलाबाजी कराएगा। अगर आप तैयार हैं, तो आप इसे खुशी-खुशी कर सकते हैं।
जो इंसान देवी की कृपा अर्जित कर लेता है, वह एक धन्य प्राणी है। आप एक ऐसा जीवन जिएंगे जो आपकी कल्पना, क्षमता और योग्यताओं से कहीं बढ़कर होगा।
स्त्री-प्रकृति जीवन का एक शक्तिशाली आयाम है। स्त्रैण ऊर्जा या शक्ति के बिना, अस्तित्व में कुछ भी नहीं होगा।
नवरात्रि मनाने का सबसे अच्छा तरीका है उत्सव भाव में होना। जीवन का रहस्य यही है: गंभीर न होना पर पूरी तरह से शामिल रहना।
जमीन पर दृढ़ता से खड़े रहना और फिर भी आकाश की और बढ़ना और उसे छूना, यही आध्यात्मिक प्रक्रिया का सार है।