‘‘इसका मकसद आपका सात प्रतिशत लेना नहीं है। क्या मैं इतना नाकाबिल लगता हूं कि मुझे आपसे सात प्रतिशत इकठ्ठा करना पड़े? मैं आपसे पूछ रहा हूं। क्या मैं इतना नाकारा लगता हूं कि मुझे बैठकर आपसे 7 प्रतिशत टैक्स इकठ्ठा करना पड़े? मैं वैसा नहीं हूं। अगर मैं चाहूं, तो जो चाहे वह बना सकता हूं। बात बस इतनी है कि आपके अंदर जो ‘मैं और मेरा’ भरा हुआ है, अगर इसे आप कम से कम सात फ ीसदी कम कर दें, तो हम आपके साथ कुछ और कर सकते हैं।

यह आपके लिए एक सरल उपकरण है, जिससे आप ‘मैं और मेरा’ की सीमाओं को पार कर सकते हैं। आप जो हैं, उसकी सीमाओं के परे जाने के लिए यह एक बहुत सरल उपकरण है, ताकि आपसे कहीं बड़ी कोई चीज आपका और आपके जीवन का हिस्सा बन जाए। अब हमें आपके लिए बहुत मेहनत करनी होगी। किसी पल में मैंने इसे बोल दिया, इसलिए मैं अपनी बात से मुकर नहीं सकता, क्योंकि यह एक मूर्खतापूर्ण सौदा है - आप सात प्रतिशत दीजिए, मैं 93 प्रतिशत दूंगा। यह कैसा सौदा है? यह एक मूर्खतापूर्ण सौदा है। मैं हमेशा से मूर्ख रहा हूं, मेरे साथ यही समस्या है, इसीलिए यह मेरे लिए इतना कारगर हुआ, क्योंकि मैंने कभी अपनी चतुराई का लाभ नहीं उठाया, मैं बस उसके कंधे पर सवार रहा। वह मेरे लिए बहुत बढिय़ा रहा है। मैं आशा करता हूं कि आपका जीवन भी ऐसा हो जाए। अगर आप इसे होने दें, अगर आप ‘मैं और मेरा क्या है, मेरा क्या नहीं है’ की सीमा को पार कर लें, तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपका जीवन भी इतना बढिय़ा हो जाएगा, जैसा वह हो सकता है। मेरी कामना और आशीर्वाद है कि आप जल्द ही उस स्थिति को पा लें।’’  - सद्‌गुरु

 

सम्पादक की टिपण्णी:  ईशा योग केंद्र में ईशांगा 7% समारोह, 27 जुलाई, गुरु पूर्णिमा के दिन आयोजित किया जाएगा। इसे तमिल में नन्मै उरुवं समारोह कहा जाता है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए 9442504655, 9487895891, 0422 251 5378 पर संपर्क करें, या 7percent@ishafoundation.orgपर ईमेल लिखें​​​​​​​

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