ये वैज्ञानिक रूप से साबित हो चुका है कि 24 घंटे की अवधि तक खुश और आनंदित रहने से, दिमाग की गतिविधियों पर काफी सकारात्मक असर पड़ता है। वैसे तो भौतिकता के नियम हमारे दिमाग को और ज्यादा विकसित होने से रोकते हैं, लेकिन इस बातचीत में सद्गुरु और कैथलीन कोच ने विभिन्न तकनीकों पर चर्चा की, जैसे कि योग अभ्यासों को ठीक से करना, जो हमें यह जानने में मदद कर सकता है कि हमारे दिमाग का बेहतर से बेहतर उपयोग कैसे किया जाए।
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