इस पुस्तक युगन युगन योगी में आप पढ़ेंगे सद्गुरु के कई जन्मों की गाथा। एक असाधारण मनुष्य की कहानी, जिसने कई जीवन लगा दिए सत्य की खोज में। एक विद्रोही, जिसे समाज के नियमों का उल्लंघन करने के लिए मिली मौत की सजा। पर उसके संकल्प नहीं घुटे, उसके अरमान नहीं टूटे।
एक आत्मज्ञानी और योगी जिसने अपने गुरु द्वारा सौंपे गए कार्य को पूरा करने के लिए कई जन्मों तक भीषण प्रयत्न किए। और अंतत: उन्होंने मानवता को भेंट किए योग विज्ञान का सार तत्व ध्यानलिंग और भीतरी खुशहाली के साधन ईशा योग। अध्यात्म के नाम पर फैले भ्रमों को मिटाकर तर्क व विज्ञान पर आधारित योगिक प्रक्रिया के द्वारा खुशहाली का मार्ग बताते हुए यह पुस्तक हमें स्वयं की खोज पर निकलने के लिए प्ररित करती है।