हैलिकॉप्टर एक अनूठी मशीन है। इस ग्रह पर इस जैसी कोई और मानव निर्मित या प्राकृतिक उड़ने वाली वस्तु नहीं है। इसमें कोई पंख नहीं और यह विमान उड़ाने की तक़नीक के साधारण नियमों से बिल्कुल परे है। अगर आप किसी पक्षी या विमान से भी इसकी तुलना करें, तो इसे उनसे अलग ही पाएँगे।

सद्‌गुरु: मैं इतनी अलग-अलग तरह की गतिविधियों मे मग्न हूँ, कि मुझे लगता है एक हैलिकॉप्टर मुझे मेरे समय के बेहतर प्रबंधन में मदद कर सकता है। रोटर ब्लेड केवल हवा को ही नहीं मथेंगे, बल्कि हम सही मायनों में आध्यात्मिक क्रांति पैदा करने जा रहे हैं.....घर्र...घर्र.. अगली बार आपको हैलिकॉप्टर के उड़ने की आवाज़ सुनाई दे - तो हो सकता है कि मैं आपकी छत पर लैंड कर रहा होऊँ!