पिछले कुछ हफ़्तों की गतिविधियों पर एक नज़र
एक प्रतिष्ठित कश्मीरी पंडित सम्मलेन को वर्चुअली संबोधित करते हुए सद्गुरु ने सदियों से कश्मीर में इस समुदाय पर हो रहे अत्याचार और नरसंहार के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ये भी बताया कि भविष्य में कैसे कश्मीरी पंडित इन सबसे आगे बढ़ सकते हैं।
स्वयंसेवकों के एक समूह से मिलकर सद्गुरु ने इस बारे में बात की कि कैसे बेंगलुरु में सद्गुरु सन्निधि यहाँ और बाहर के लोगों के लिए आध्यात्मिक संभावना और सम्पूर्ण ख़ुशहाली के लिए एक पावरहाउस बन सकता है।
अभिनेता सिद्धांत चतुर्वेदी ने एक विस्तृत बातचीत के लिए सद्गुरु के साथ मंच साझा किया जिसकी शुरुआत सत्य के बारे में बातचीत से हुई और इस बारे में कि क्या सफ़ेद झूठ बोलना ठीक है। बातचीत में आगे ध्यान देने के महत्व, प्यार में होने, रिश्ते टूटने से उबरने और युवाओं के द्वारा सिर्फ शारीरिक सुख के लिए रिश्ते बनाने के बारे में बातें हुईं।
ओला कैब्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भवीश अग्रवाल ने ओला मेगा फैक्ट्री में सद्गुरु का बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने बड़े गर्व के साथ सद्गुरु को ओला निर्मित इलेक्ट्रिक स्कूटर दिखाई जिसे बनाने में महिलाओं की प्रमुख भूमिका रही। सद्गुरु ने युवा महिलाओं को सशक्त और कौशलपूर्ण बनाकर राष्ट्र की निश्चित तरक्की के बारे में ओजस्वी भाषण दिया ।
सद्गुरु को एशिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक, गुजरात दुग्ध सहकारी वाणिज्य संघ के एक प्रभाग बनास डेयरी में आमंत्रित किया गया। उनका स्वागत बनास डेयरी के अध्यक्ष और गुजरात विधानसभा स्पीकर शंकर चौधरी ने किया। उससे जुड़े सभी किसानों को संबोधित करते हुए सद्गुरु ने कृषि को योग से जोड़ा और समझाया कि हमारे बच्चों के बेहतर जीवन के लिए हमें अपने पीछे उनके लिए मिट्टी को समृद्ध छोड़कर जाना कितना ज़रूरी है।
सद्गुरु ने सीमा दर्शन और जीरो पॉइंट (शून्य बिंदु) नादाबेत गुजरात की यात्रा की जहां वे सीमा सुरक्षा बल और नादाबेत ऑपरेशन टीम से मिले। उन्होंने उनके अपने कर्तव्य के प्रति चरम समर्पण और देश की स्वार्थरहित सेवा के लिए गहरा आभार प्रकट किया और सराहना की।
ऐसे समय जब महिला प्रीमियर लीग पूरे ज़ोरों पर है सद्गुरु को यू पी वॉरिअर्स के खिलाड़ियों से बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया जिनका मैच मुंबई इंडियंस, जिन्होंने अब तक एक भी मैच नहीं हारा था, के साथ होने जा रहा था। मैच के पहले उन्हें शुभकामनाएं देते हुए सद्गुरु ने महिला खिलाड़ियों की अगली पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के महत्व पर जोर दिया। सद्गुरु ने मुंबई में मैच भी देखा जिसमें यू पी वॉरिअर्स ने मुंबई इंडियंस की लगातार जीत की कड़ी को तोड़ा।
सप्तऋषि आह्वान हज़ारों साल पहले शिव के द्वारा अपने शिष्यों सप्त ऋषियों या सात संतों को सिखाई गई एक शक्तिशाली प्रक्रिया है। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों द्वारा इस प्रक्रिया को इसके शुद्धतम रूप में सुरक्षित रखा गया है।
यह प्रक्रिया जिसे काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर कभी नहीं किया जाता है, पहली बार सद्गुरु सन्निधि बेंगलुरु में श्री सुत्तुर मठ के जगत गुरु शिवरात्रि देशीकेन्द्र महास्वामीजी, अभिनव गावी सिद्धेश्वर स्वामीजी, श्री बासव मूर्ति मदारा चेन्नैया स्वामीजी और सद्गुरु की उपस्थिति में की गई।
सद्गुरु ने प्रतिष्ठित जे एस एस साइंस और टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय मैसूर के स्नातक कोर्स को पूरा कर रहे इंजीनियरों को संबोधित किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके जीवन के अगले चरण के लिए उन्हें प्रेरणा दी। उन्होंने इंजीनियरिंग की क्षमता के बारे में बात की जिससे ऐसी चीज़ें बनाई जा सकीं जिन्हें कभी जादुई समझा जाता था, और साथ ही उस ज़िम्मेदारी और विशेषाधिकार पर भी ज़ोर दिया जो अब उनके हाथों में है।