घटना क्रम

सद्‌गुरु के साथ एक सफ़र

पिछले कुछ हफ्तों की गतिविधियों पर एक नज़र

मौनी रॉय ईशा योग केंद्र में सद्‌गुरु से मिलीं

24
फरवरी

सद्‌गुरु ने ईशा योग केंद्र में अभिनेत्री मौनी रॉय से ‘मिट्टी बचाओ’ अभियान के बारे में बात की। उन्होंने भारत में मिट्टी के खराब होने के कारण किसानों की आत्महत्याओं की गंभीर स्थिति की चर्चा की। मौनी ने पूछा कि एक आध्यात्मिक गुरु को मिट्टी की चिंता क्यों करनी चाहिए, तो सद्‌गुरु ने जवाब दिया कि जब किसी का पेट भरा होता है, सिर्फ तभी वे जो जानते हैं, उसके परे देखने की इच्छा कर सकते हैं। 

नीति मोहन, मुक्ति मोहन और शक्ति मोहन का ईशा होम स्कूल में आगमन

25
फरवरी

सद्‌गुरु ने ईशा होम स्कूल में गायिका नीति मोहन, और नृत्यांगनाएँ शक्ति मोहन और मुक्ति मोहन से बातचीत की। इन बहनों ने कई विषयों जैसे समाज में शक्ति, भेदभाव से निपटने, आराम की जरूरत और मिट्टी बचाओ अभियान पर दिलचस्प चर्चा की। सद्‌गुरु ने न सिर्फ लोगों के बीच के आपसी संबंधों की, बल्कि धरती के साथ हमारे संबंध की हालत के बारे में बात की। 

सद्‌गुरु ने मास्टर शेफ संजीव कपूर के साथ खाना बनाया

28
फरवरी

लोकप्रिय भारतीय शेफ और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित संजीव कपूर ने ईशा योग केंद्र में सद्‌गुरु से मुलाकात की, और दोनों ने आश्रम के खेत से चुनी हुई ताजी सामग्री के साथ खाना पकाया। अक्की रोटी (चावल से बना फ्लैटब्रेड) तैयार करते हुए, दोनों ने मिट्टी और पाक कला के रहस्यों की बात की। सद्‌गुरु ने बताया कि कैसे बचपन में उन्हें रसोई में जाने को नहीं मिलता था, और उन्होंने कैसे खाना बनाना सीखा। उन्होंने भोजन पसंद करने वाले सभी लोगों के लिए मिट्टी के बारे में एक शक्तिशाली बयान के साथ इस कुकिंग सत्र को समाप्त करते हुए कहा, ‘अगर आपको स्वादिष्ट खाना बनाना है, तो मिट्टी अच्छी होनी चाहिए। तो, सौ दिनों तक कोरस को बढ़ाने की आपकी खास जिम्मेदारी है। मिट्टी को लेकर आवाज़ उठाइए।’ 

ईशा योग केंद्र में सद्‌गुरु के साथ इन द ग्रेस ऑफ योगा

28 फरवरी – 4 मार्च

इस साल ‘इन द ग्रेस ऑफ योगा’ कार्यक्रम में, सद्‌गुरु ने योग के मूल सार के बारे में विस्तार से बताया और ऑनलाइन तथा व्यक्तिगत रूप से प्रतिभागियों को शक्तिशाली ध्यान और गहन प्रवचनों में ले गए। इस कार्यक्रम में महाशिवरात्रि पर ध्यानलिंग में सद्‌गुरु के साथ शक्तिशाली पंचभूत क्रिया भी शामिल थी।

कैरीकॉम 2022 में सद्‌गुरु का संबोधन

2
मार्च

सद्‌गुरु ने मिट्टी बचाओ अभियान पर चर्चा करने के लिए अपनी कैरिबियाई यात्रा से पहले कैरीकॉम 2022 की बैठक में सरकार के प्रतिनिधियों और मंत्रियों से ऑनलाइन बातचीत की। कैरीकॉम 15 कैरिबियाई सदस्य देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है। बातचीत के दौरान, डोमिनिका, त्रिनिदाद और टोबैगो और ग्रेनाडा के प्रतिनिधियों ने अभियान के प्रति उत्साह से अपना समर्थन जताया। सद्‌गुरु ने साझा किया कि उन्हें लगता है कि मिट्टी के कायाकल्प के मामले में कैरेबियाई देश, दुनिया के दूसरे भागों के लिए एक उदाहरण पेश कर सकते हैं।

रिपब्लिक टीवी के लिए रॉबिन रैना की सद्‌गुरु के साथ बातचीत

2
मार्च

सद्‌गुरु ने रॉबिन रैना से रिपब्लिक टीवी के लिए बातचीत की। रॉबिन रैना एक भारतीय मूल के अमेरिकी औद्योगिक इंजीनियर, कारोबारी और परोपकारी व्यक्ति हैं, जो एबिक्स ग्रुप के चेयरमैन, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा रॉबिन रैना फाउंडेशन के संस्थापक हैं। रॉबिन रैना और सद्‌गुरु ने भविष्य में राष्ट्रीय और वैश्विक लीडर्स के रूप में कारोबारों के उभरने के बारे में बातचीत की। उन्होंने समाज को मुनाफ़े के आधार पर चलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बात की, साथ ही व्यवसायों के लिए एक ज्यादा सौम्य और ज्यादा समावेशी नज़रिया अपनाने की जरूरत पर भी चर्चा की।

कैप्टन ज़ोया अग्रवाल की सद्‌गुरु के साथ मुलाक़ात और बातचीत

3
मार्च

भारतीय कमर्शियल पायलट कैप्टन ज़ोया अग्रवाल ने ईशा योग केंद्र में सद्‌गुरु से मुलाकात और बातचीत की। उन्होंने उड़ने की ख़ुशी और आज़ादी, सीमाओं को तोड़ने, मिट्टी को बचाने और जीवन के अनूठेपन व सुंदरता पर चर्चा की। खुद ही अपने ऊपर थोपी गई सीमाओं की बात करते हुए, सद्‌गुरु ने किसी भी चीज़ से रुकने या सीमित न होने की बात की, यहाँ तक कि अपने सपनों से भी।

डेक्कन हेराल्ड अखबार में सद्‌गुरु का इंटरव्यू

3
मार्च

डेक्कन हेराल्ड के साथ एक बेबाक इंटरव्यू में, सद्‌गुरु ने बताया कि कैसे लोकतंत्र में भागीदारी और सहयोग की जरूरत होती है। उन्होंने समझाया कि बड़े पैमाने पर तो क्या, दोस्तों और परिवार के बीच भी उंगली उठाना या नकारात्मक अभियान प्रभावी नहीं होता। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हमें समाधान का हिस्सा बनना चाहिए और किसी मुद्दे की ओर ध्यान दिलाए जाने पर कुछ रचनात्मक हल बताना चाहिए। सद्‌गुरु ने एक अलग नज़रिए से भी मिट्टी के बारे में बात की - एक शहर के निर्माण के बारे में। उन्होंने आत्मनिर्भर होते हुए और पर्यावरण को बहुत ज्यादा छेड़े बिना प्रकृति के साथ रहने के तरीकों पर चर्चा की - जैसे कि कुदरती जमीन पर चलने की आदत डालना।

सात्विक अभियान से जुड़े हर्षवर्धन सराफ और सुबह सराफ की सद्‌गुरु से बातचीत

4
मार्च

सद्‌गुरु ने सात्विक अभियान के सुबह सराफ और हर्षवर्धन सराफ से बात की, जो एक ग़ैरलाभकारी स्वास्थ्य शिक्षा मंच है। बातचीत व्यापक विषयों पर हुई, जिसमें भोजन और मिट्टी के अलग-अलग पहलुओं को शामिल किया गया। सद्‌गुरु ने अकाल के भीषण और विनाशकारी प्रभाव और ऐसे भविष्य को टालने की हमारी जिम्मेदारी के बारे में बात की। उन्होंने बहुत ज्यादा सेनिटाइज्ड करने और व्यवस्थित परिस्थितियों में रहने के सेहत पर प्रभाव की भी चर्चा की, कि यह कैसे धीरे-धीरे हमारे सिस्टम को कमजोर करता है।

सद्‌गुरु ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से बात की

फरवरी/मार्च
2022

सद्‌गुरु ने फरवरी और मार्च के दौरान कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स से बात की, जैसे: निहाल रंजीत (ब्रुट इंडिया), प्राजक्ता कोली (मोस्टली सेन), रणवीर इलाहाबादिया (बीयरबाइसेप्स), रूसी ब्लॉगर गुसेन गेसानोव, अभी और नीयू, गौरव तनेजा (फ्लाइंग बीस्ट), और कॉमेडियन तन्मय भट्ट। इन दिलचस्प वार्ताओं के दौरान, सद्‌गुरु ने रिश्तों से लेकर शादी, तकनीक, सफलता और मृत्यु तक कई विषयों पर बात की। लेकिन मुख्य विषय दुनिया की मिट्टी की भयानक स्थिति से जुड़ा था। उन्होंने सभी लोगों से एक साथ आने और मिट्टी को बचाने के लिए आवाज उठाने का आग्रह किया, उन्होंने समझाया कि सरकार तभी कोई कदम उठाएगी, जब ज्यादा से ज्यादा लोग यह इच्छा प्रकट करेंगे।