चर्चा में

महाशिवरात्रि 2022 :

अभिनेत्री कंगना रनौत, पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद के साथ कुछ और हस्तियाँ अपने अनुभव आपसे साझा कर रहे हैं।

ईशा का महाशिवरात्रि उत्सव कुछ ऐसा है जिससे चूकना नहीं चाहिए। कोविड-19 के कारण दो साल के प्रतिबंधों के बाद, इस बार फिर से समाज के सभी वर्गों और दुनिया के कोने-कोने के बहुत से दूसरे लोगों को इस उल्लासमय रात में शामिल होने का मौका मिला। ‘ईशा फॉरेस्ट फ्लावर’ (ईशा की अंग्रेज़ी पत्रिका) की टीम ने उनमें से कुछ से बात की। कुछ प्रसिद्ध क्रिकेटरों और अभिनेताओं ने सद्‌गुरु तथा आदियोगी की उपस्थिति में महाशिवरात्रि के अपने अनुभव के बारे में क्या कहा, पेश है उसके संपादित अंश का हिंदी अनुवाद:

कंगना रनौत

पुरस्कृत अभिनेत्री और फिल्म निर्माता

ईशा में यह मेरी पहली महाशिवरात्रि है। मेरे लिए यहाँ होना सौभाग्य की बात है। आश्रम आने से पहले मैं वास्तव में सोच रही थी, ‘कितनी खुशकिस्मती है। हम कृष्ण को देखने से चूक गए, हम राम से चूक गए, हम शिव से चूक गए – लेकिन हम अपने जीवन में सद्‌गुरु जी से नहीं चूके। मैं हमेशा सोचती हूँ, ‘मैं उस समय क्यों नहीं पैदा हुई, जब कृष्ण थे, या जब राम थे? लेकिन भगवान का शुक्र है, हम सद्‌गुरु जी के साथ हैं।’’

आम तौर पर मैं लोगों का मनोरंजन करती हूँ। आज एक अलग बात है, मैं मनोरंजन नहीं कर रही हूँ बल्कि उन लोगों में शामिल हूँ, जिनका मनोरंजन होगा। मैं इस महाशिवरात्रि समारोह की दर्शक हूँ और इस भव्य उत्सव की साक्षी हूँ। यहाँ मौजूद होकर मैं वाकई धन्य हूँ।

वेंकटेश प्रसाद

पूर्व क्रिकेटर और बॉलिंग कोच

मैं आपको और हर किसी को महाशिवरात्रि की बधाई देता हूँ। यहाँ ईशा फाउंडेशन में आकर बहुत अच्छा लगा। और मैं यहाँ पहली बार आया हूँ। यहाँ होना एक सम्मान और खुशी की बात है। लाजवाब! मैंने इसके बारे में सिर्फ सुना था। इसका अनुभव करने के लिए लोगों को यहाँ आना चाहिए। मेरे ख्याल से इसे देखकर ही यकीन किया जा सकता है।

मैं वास्तव में यहाँ आकर रोमांचित हूँ। यह एक असाधारण अनुभव था। मैं सद्‌गुरु का बहुत बड़ा अनुयायी रहा हूँ। मुझे उनके साथ थोड़ा गोल्फ खेलने का भी मौका मिला है। मैं किसी भी हालत में यहाँ आना चाहता था। मेरा पहले से जो भी कार्यक्रम था, मैंने यह तय किया कि वह सब रद्द या स्थगित कर दिया जाए क्योंकि मैं यहाँ होना चाहता था। तो आखिरकार मैं यहाँ हूँ। मैं यहाँ सद्‌गुरु और ईशा के अतिथि के रूप में आकर बहुत उत्साहित और सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।

मैं एक अच्छा डांसर नहीं हूँ। मैं सिर्फ एक क्रिकेट खिलाड़ी हूँ जो बल्लेबाजों को मैदान में नचा सकता है। खैर, यह मेरे लिए बिल्कुल अलग फील्ड है। लेकिन यहाँ सारी वाइब, ऊर्जा गजब की है। मुझे लगता है कि सद्‌गुरु ने जो किया है वह अद्भुत है। वह दुनिया भर के लोगों को जिस तरह का संदेश दे रहे हैं, वह अद्भुत है। और सिर्फ वही नहीं बल्कि ईशा के स्वयंसेवक भी। मेरे ख्याल से वे शानदार काम कर रहे हैं। मैं वाकई यहाँ और ज्यादा बार आने के लिए उत्सुक हूँ।

नित्या मेनन

अभिनेत्री और गायिका

ईशा की यह मेरी पहली यात्रा है, और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। यह पूरा कार्यक्रम वास्तव में काफी खूबसूरत रहा है। मुझे पंच तत्वों के बारे में जानना अच्छा लगता है, और यहाँ ईशा में हमेशा सभी तत्वों का बहुत खूबसूरती से इस्तेमाल किया जाता है। मेरे लिए मुख्य आकर्षण अग्नि नृत्य था। मैं हमेशा अग्नि तत्व से बहुत गहरा जुड़ाव महसूस करती हूँ। इसलिए मुझे इसे देखना बहुत पसंद है, और मैं इसका पूरा आनंद लेती हूँ। इस जगह की ऊर्जा को अगर एक शब्द में कहना चाहूँ तो इसे उत्सवपूर्ण कहूँगी, हालाँकि ऐसा कई और लोगों ने भी कहा होगा।

राई लक्ष्मी

अभिनेत्री

यह ईशा की मेरी पहली यात्रा है। मैं कई वजहों से पिछले दो सालों से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रही थी, और साथ ही कोविड भी चल रहा था। हम सब डरे हुए थे लेकिन साथ ही मैं यहाँ आना भी चाहती थी। इस बार आखिरकार यह संभव हुआ और मेरे ख्याल से यह बिल्कुल सही समय है। मेरे विचार से भगवान शिव जब चाहते हैं, तो आप यहाँ पहुँच जाते हैं। यहाँ होना बड़े सौभाग्य की बात है। यहाँ की अनुभूति अद्भुत है।

कार्यक्रम में जाने से पहले मैं बहुत थकी हुई थी और यहाँ पहुँचने के बाद... इस जगह की वाइब रोशन थी। सद्‌गुरु इस पूरी जगह में एक बिल्कुल अलग तरह की ऊर्जा ले आते हैं। उन्हें नाचते देखकर सारी भीड़ उनके साथ नाचने लगती है। मैं पहली बार यह लाइव देख रही हूँ।

मैं वाकई सद्‌गुरु की आभारी हूँ कि उन्होंने आज मुझे यहाँ मौजूद होने का मौका दिया। हर साल की तरह, वह बहुत गर्मजोशी से यहाँ इतने भव्य कार्यक्रम में हर किसी का स्वागत करते हैं। अगर मुझे महाशिवरात्रि पर यहाँ मौजूद होने के अपने अनुभव को एक शब्द में बताना पड़े, तो वह निश्चित रूप से ‘कृतज्ञता’ होगा।

वेदा कृष्णमूर्ति

क्रिकेटर

पिछले कुछ महीनों में मेरे जीवन में बहुत सारी चीज़ें हुई हैं – दुख, निराशा और किसी बहुत करीबी इंसान को खोने की हताशा। यह महाशिवरात्रि बहुत, बहुत सकारात्मक थी। मेरे ख्याल से सद्‌गुरु ने जाने-अनजाने में मेरे जीवन को काफी प्रभावित किया है। कई बार मैं मैच में जाने से पहले उन्हें सुनती हूँ। इससे मुझे वास्तव में बहुत अच्छा महसूस होता है। इतना करीब होना, इस अद्भुत रात को उनके साथ अनुभव करना बहुत ही दिलचस्प रहा।

मैं बहुत उत्साहित हूँ क्योंकि मैं बहुत लंबे समय से यहाँ आना चाहती था और ऐसा हो नहीं पा रहा था। इस बार, जब मैं फ्री थी और मुझे निमंत्रण मिला, तो मुझे लगा कि मुझे निश्चित रूप से इसका अनुभव करना है। जैसे ही मैं अंदर आई और आदियोगी का चेहरा देखा, मैं वाकई बहुत खुश हो गई। वहाँ जो संगीत बज रहा था, वह आपको बहुत सकारात्मक महसूस कराता है। मुझे लगता है कि मुझे इसकी बहुत जरूरत थी। आप मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट देख सकते हैं। इसका वर्णन करने के लिए मुझे शब्दों की जरूरत नहीं है।