सद्‌गुरु की नई कविता संग्रह – ईशा प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन सौग़ात 

इटरनल एकोज़: ए बुक ऑफ पोएम्स, 1994-2021

23 सितंबर का दिन ईशा से जुड़े लोगों के लिए एक खास उपहार लेकर आने वाला है। सद्‌गुरु अपनी आने वाली पुस्तक, ‘इटरनल एकोज़: ए बुक ऑफ पोएम्स, 1994-2021’, का विमोचन करेंगे, जिसका प्रकाशन पेंगुइन रेंडम हाउस, इंडिया ने किया है। जैसा कि आप शीर्षक से अनुमान लगा सकते हैं, यह लगभग तीन दशकों, ईशा के प्रारंभ से अब तक की सद्‌गुरु की कविताओं का संग्रह है। पाठक करीब 600 कविताओं की उम्मीद कर सकते हैं (1996 से ईशा फॉरेस्ट फ्लावर में प्रकाशित कविताओं सहित)।

ये कविताएँ जीवन के प्रति सद्‌गुरु की अंर्तदृष्टि को दो अलग-अलग भागों में विभाजित करके पेश की गई हैं – पहला खंड है ‘योग’ और ‘प्रकृति’ का, तथा दूसरे खंड में है ‘रहस्यपूर्ण’ और ‘जनता और जगह’। बारीक नक्काशी, प्रतीकों से भरपूर और स्वर्णिम गहरे नीले हार्ड कवर में यह एक बहुमूल्य उपहार है।

नीचे एक झलक देखें….

अपने प्रस्तावना में सद्‌गुरु लिखते हैं, ‘कविता किसी के हृदय का एक टुकड़ा होता है, आशा है कि आपका हृदय इसके साथ धड़केगा और मेरी धड़कन की ताल को समझेगा।’

अपनी प्रति के लिए ऑर्डर करें!