सद्गुरु: मैं अनेक वैज्ञानिकों और दुनिया के कई महत्वपूर्ण डॉक्टरों से बात करता रहा हूँ। जितना मुझे समझ में आया – जो सामान्य ज्ञान भी है – कि इस वायरस महामारी के इस साल या अगले साल खत्म होने की अधिक उम्मीद नहीं है। यह बहुत आसानी से चार-छह साल तक चल सकता है, जिसके बाद यह महामारी एक संक्रामक रोग बनकर रह जाएगी। वह भी तब संभव है जब दुनिया में इस पर बहुत काम हो और हम इतने भाग्यशाली हों कि बहुत प्रभावी उपचार ला पाएँ। जब तक ऐसा नहीं होता यह महामारी बार-बार लहरों के रूप में लौट कर आती रहेगी।
जैसा कि आप देख रहे हैं, पहली लहर से लेकर दूसरी लहर तक आते हुए वायरस हमारे लिए और ज्यादा नुकसानदायक हो गया है। यह 2021-वायरस इंसानों को नुकसान पहुँचाने में कई गुना ज्यादा असरदार हो गया है। पिछले साल हमें भरोसा था कि युवा लोग इससे प्रभावित नहीं होंगे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। दुर्भाग्य से बीस-तीस साल के कई लोग अपनी जान गँवा बैठे हैं। तो यह वायरस ख़ुद को और बेहतर कर सकता है। इसलिए हमें भी ख़ुद को बेहतर बनाना होगा।