सामग्री:
गुड़ – 1 किलोग्राम
चावल – 2 किलोग्राम
पानी – 200 मि.ली.
घी – 150 ग्राम
तिल के बीज – 100 ग्राम (+150 ग्राम, अगर बाहर से भी लगाना हो)
इलायची – 15
वेजीटेबल ऑयल - 500 ग्राम
घी - 500 ग्राम (तलने के लिए)
विधि :
- चावल का आटा तैयार करना
- 1) चावल को रात भर भिगो दें।
- 2) उसे 2 से 3 बार धोएँ और पानी निकाल दें।
- 3) फिर उसे 10-15 मिनट तक छलनी पर ही रहने दें।
- 4) चावल को थोड़ा-थोड़ा करके बहुत महीन आटे में पीसकर अलग रख लें।
- गुड़ की चाशनी तैयार करना
- 1) गुड़ को एक गहरे बर्तन में डालकर उसमें 40 से 50 मि.ली. पानी मिलाएं ताकि गुड़ तेज़ी से पिघल जाए।
- 2) उसे चूल्हे पर तब तक उबालें जब तक चाशनी में बुलबुले न आने लगें।
- 3) जब चाशनी में बुलबुले आ जाएँ, तो एक छोटी चम्मच चाशनी लेकर पानी के एक छोटे कप में डालें।
- 4) अगर चाशनी पानी में नहीं घुल रही और आप अपनी उंगलियों से उसे इकट्ठा कर सकते हैं, तो चाशनी में सही एक-तार का गाढ़ापन है।
- 5) अब इसमें घी, तिल, और इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें।
- 6) आँच बंद कर दें और गुड़ की चाशनी को अलग रख लें।
- आटा बनाना
- 1) गुड़ की चाशनी में चावल का आटा एक छलनी से थोड़ा-थोड़ा करके डालें।
- 2) उसे चलाते रहें और चावल का आटा मिलाते रहें, जब तक कि आटा, रोटी के आटे जैसा न हो जाए (न ज्यादा कड़ा, न ज्यादा मुलायम)।
- अधिरसम को बनाना और तलना
- 1) तेल या घी को मध्यम आँच पर गर्म करें।
- 2) आटे की नींबू के आकार की लोइयाँ बना लें।
- 3) चाहें तो लोई पर तिल लपेट सकते हैं।
- 4) अपनी ऊंगलियों पर और एक केले के पत्ते या प्लास्टिक शीट पर घी लगा लें।
- 5) एक-एक लोई को पत्ते (या प्लास्टिक शीट) पर रखकर उसे चपटा कर लें।
- 6) उसे सावधानी से तेल/घी में डालें और अधिरसम के ऊपर आ जाने तक इंतज़ार करें।
- 7) एक मिनट के लिए तलकर पलट दें, जब तक कि वह सुनहरे भूरे रंग का न हो जाए।
- 8) अधिरसम को तेल/घी से निकालकर दो कलछी के बीच में दबाकर एक्स्ट्रा तेल निकाल दें।