इस विडियो में काशी की प्राचीन नगरी में, गंगा नदी के किनारे, लेखक, कवि तथा संप्रेषण विशेषज्ञ प्रसून जोशी व सद्गुरु के बीच अनूठे संवाद को दर्शाया गया है। सद्गुरु संस्कृति के विविध रिवाजों के पीछे छिपे मिथकों को स्पष्ट करते हुए, उस गहन विज्ञान की व्याख्या कर रहे हैं जिनके साथ उन परंपराओं को रचा गया। इसके साथ ही वे मृतकों के लिए होने वाले विस्तृत रिवाज़ों, अघोरियों के पथ तथा मृत्यु के विज्ञान की भी चर्चा करते हैं। वे व्यक्ति मृत्यु के भय से छुटकारा दिलाते हैं, और आध्यात्मिक प्रक्रिया की शक्ति से स्वयं को मृत्यु से भी परे ले जाने में सक्षम बनाते हैं।
इस विडियो में काशी की प्राचीन नगरी में, गंगा नदी के किनारे, लेखक, कवि तथा संप्रेषण विशेषज्ञ प्रसून जोशी व सद्गुरु के बीच अनूठे संवाद को दर्शाया गया है। सद्गुरु संस्कृति के विविध रिवाजों के पीछे छिपे मिथकों को स्पष्ट करते हुए, उस गहन विज्ञान की व्याख्या कर रहे हैं जिनके साथ उन परंपराओं को रचा गया। इसके साथ ही वे मृतकों के लिए होने वाले विस्तृत रिवाज़ों, अघोरियों के पथ तथा मृत्यु के विज्ञान की भी चर्चा करते हैं। वे व्यक्ति मृत्यु के भय से छुटकारा दिलाते हैं, और आध्यात्मिक प्रक्रिया की शक्ति से स्वयं को मृत्यु से भी परे ले जाने में सक्षम बनाते हैं।
जाने-माने गीतकार व पटकथा लेखक प्रसून जोशी जी के साथ, एक वार्ता श्रृंखला तथा प्राचीन शहर के भ्रमण के दौरान – सद्गुरु शहर के ढाँचे के पीछे छिपे विज्ञान और ज्यामिति व धरती की समृद्ध पौराणिकता के बारे में बता रहे हैं। वे बताते हैं कि किस तरह काशी ने अनेक हमलों के बावजूद अपनी कीर्ति और शक्ति को बनाए रखा, और आज भी प्रतिवर्ष लाखों लोगों को दुनिया भर से अपनी ओर खींच लाती है।