सौभाग्य की बात है कि ये आपके जैसे ही एक प्राणी के जरिए हो रहा है। अगर ये किसी पत्थर, सांप या पक्षी के ज़रिए घटित होता तो आप इसे जान ही नहीं पाते। ऐसा पहले भी हो चुका है और आज भी होता है लेकिन लोग उसे जानने से पूरी तरह चूक जाते हैं।
अगर एक कोबरा गुरु के रूप में आपको कुछ सिखाने के लिए आए तो आप उसे समझ नहीं पाएंगे। इसके घटित होने का सबसे अच्छा तरीक़ा यही है कि यह आपके जैसे ही किसी प्राणी के जरिए घटित हो। उस व्यक्ति में खो मत जाइए और न ही उस व्यक्ति के ज़रिए जो हो रहा है उसका प्रतिरोध कीजिए। गुरु कोई वस्तु नहीं है जिसे आप घर ले जाएं।