जब आप निर्माण करते हैं कुछ ऐसा, जो हो सभी के लिए, आने वाले समय के लिए तो आपके दिल की विशालता ही सब कुछ नहीं होती, महत्वपूर्ण हो जाती है, आपके दिमाग की कुशाग्रता भी।