"सृष्टि के स्रोत - भगवान शिव की अभिव्यक्ति बनने की एक संभावना है शिवांग।"
सद्गुरु द्वारा प्रस्तुत एक शक्तिशाली साधना जो भीतर से भक्ति लाने और भगवान शिव के प्रति आपकी ग्रहणशीलता बढ़ाने के लिए है।
व्यक्ति के हृदय में भक्ति की लौ को पोषित और प्रज्वलित करने के लिए, भगवान शिव को समर्पित मंत्रों और गीतों की भेंट का एक ऑनलाइन अनुभव।
आगामी सत्र: 2 October 2024
शिव मंदिरों में परंपरागत रूप से की जाने वाली एक शक्तिशाली संगीतमय भेंट, जो आपको भगवान शिव की अवस्था को महसूस करने में सहायता करती है।
स्वयंसेवा करने का मतलब है इच्छुक बनना। निजी पसंद-नापसंद से परे जाकर इच्छुक बनना ही मुक्ति का मार्ग है।
"दक्षिण का कैलाश" कहलाने जाने वाले वेल्लियंगिरी पर्वत की स्वच्छता बनाए रखने, उसकी प्राकृतिक पारिस्थितिकी और पवित्रता को संरक्षित रखने के लिए एक पहल।
"जब आप देने के लिए अपना दिल खोलते हैं, तो ईश्वर की कृपा अनिवार्य रूप से उसमें प्रवेश करती है।"
आध्यात्मिक पथ पर चल रहें साथी साधकों को पोषित करें। मंदिर के रखरखाव और शिवांग टीम द्वारा संचालित विभिन्न अन्य पहलों में योगदान दें।