
पिछले कुछ हफ़्तों की गतिविधियों पर एक नज़र
एक लंबे इंतजार के बाद, अमेरिकी साधकों को ईशा इंस्टीट्यूट ऑफ इनर-साइंसेस में सद्गुरु के साथ सम्यमा के जादू और तीव्रता को अनुभव करने का अवसर मिला। सम्यमा सद्गुरु द्वारा संचालित किए जाने वाला एक गहन आवासीय कार्यक्रम है। जैसा कि सद्गुरु ने एक ट्वीट में इसके बारे में बताया भी है, ‘सम्यमा एक शानदार प्रक्रिया है जो धीरे-धीरे व्यक्ति को खुली आँखों से भी ध्यान करने में सक्षम बनाती है।’
ईशा इंस्टीट्यूट ऑफ इनर साइंसेज में बुद्ध पूर्णिमा पर दर्शन के दौरान सद्गुरु ने गौतम बुद्ध के ज्ञानोदय दिवस के बारे में बात की और बताया कि कैसे गौतम बुद्ध की शिक्षाएं आज भी लोगों के जीवन को बदल रही हैं। सद्गुरु ने असली आज़ादी का अनुभव करने के लिए शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं से ऊपर उठने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने राजा कृष्णदेवराय और उनके सलाहकार तेनाली रामकृष्ण की एक कहानी भी सुनाई जिसमें एकाग्र मन की शक्ति का वर्णन किया गया है।
हर किसी से एक जागरूक धरती बनाने का संकल्प लेने का आग्रह करते हुए सद्गुरु ने जोर देकर कहा कि इंसानों में चेतना का स्तर ही दुनिया की स्थिति तय करेगा। सद्गुरु ने जीवन के सभी पहलुओं में चेतना और जागरूकता के महत्व पर बल देते हुए लोगों को सचेतन रूप से कार्य करने की ज़रूरत को समझाया और कहा कि यह मानवता के विकास में योगदान देगा।
मार्च 2023 में, साधनापद के 300 से अधिक पूर्व छात्र साधना इंटेंसिव कार्यक्रम में शामिल हुए, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए था जिन्होंने पहले साधनापद पूरा कर लिया है। दो महीनों के लिए प्रतिभागियों ने खुद को सेवा में समर्पित कर दिया और अपने योगाभ्यास के लिए, मौन, निर्देशित अभ्यास आदि के ज़रिए सहारा प्राप्त किया। प्रतिभागियों को ईशा संस्कृति के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत और कलरीपयट्टू (मार्शल आर्ट का एक प्राचीन रूप) सीखने का भी अवसर मिला।
योगासनों के समीक्षा सत्रों (रिव्यू सेशन) में ईशा हठ योग के ट्रेंड शिक्षकों ने प्रतिभागियों को उनके अभ्यास के बारे में एक-एक करके विस्तार से फीडबैक दिया। मासिक बैठकें सभी को एक साथ आने, अपने अनुभव साझा करने, खेलने, सद्गुरु के विशेष वीडियो देखने और अपनी साधना को गहन करने के लिए एक मंच प्रदान करती हैं।
40 से अधिक वालंटियर्स और 30 ईशा ब्रह्मचारियों ने हाल ही में ईशा विद्या के समर्थन में ‘टीसीएस वर्ल्ड 10K बेंगलुरु रन’ में भाग लेकर अपनी प्रतिबद्धता और जोश दिखाया। उन्हें इस उद्देश्य के लिए पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ भाग लेते देखना काफ़ी प्रेरक था।
हलचल भरे बेंगलुरु शहर में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज द्वारा प्रायोजित (स्पॉन्सर्ड) टीसीएस वर्ल्ड 10K, 10 किलोमीटर की एक सालाना आयोजित होने वाली लोकप्रिय रोड रेस है। 2006 से शुरू हुई ईशा विद्या शिक्षा के क्षेत्र में एक पहल है, जो अभी भारत में 8500 से अधिक वंचित ग्रामीण बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करती है।