आप इस महोत्सव के लिए स्थानीय केन्द्रों में या फिर ऑनलाइन रजिस्टर कर सकते हैं:
कृपया महाशिवरात्रि पेज पर जाएं और रजिस्टर करने के लिए “कोयंबतूर में हिस्सा लें” पर जाएं। अगर आपको कोई सवाल पूछना हो तो आप अपना प्रश्न भेज सकते हैं और एक स्वयंसेवक आपको 4-7 दिनों में कॉल करके सीटों के अलग-अलग विकल्पों के बारे में बताएगा।
नोट: इस महोत्सव से बड़ी संख्या में लोग जुड़ना चाहते हैं, तो हो सकता है कि हम आपके प्रश्न का उत्तर न दे पाएं या अगर आपको इस अवधि के दौरान हमसे कोई कॉल/सन्देश न मिले तो आप स्थानीय केन्द्रों में रजिस्ट्रेशन पॉइंट पर कॉल कर सकते हैं।
आपके अपना वर्ग चुनने के 24-48 घंटे बाद, आपको “कृपया अपना डोनेशन पूरा करें” विषय के साथ एक ईमेल भेजी जाएगी, जिसमें डोनेशन लिंक होगी।
कृपया अपना स्पैम फोल्डर चेक कर लें, क्योंकि ये ईमेल वहाँ जा सकती है। कृपया नोट करें कि डोनेशन लिंक 30 दिनों तक सक्रिय रहेगी।
हाँ, कृपया वो मान्य सरकारी फोटो आईडी कार्ड साथ लाएं, जिसका उपयोग आपने महाशिवरात्रि सीटिंग पास के लिए रजिस्टर करते समय किया था।
विदेशी प्रतिभागियों के पास, मान्य वीसा के साथ पासपोर्ट होना जरुरी है।
रजिस्टर कर चुके प्रतिभागियों के लिए चेक-इन काउंटर महाशिवरात्रि के दिन दोपहर 10 am to 5 pm बजे से खुल जाएंगे। आयोजन स्थल पर टॉयलेट और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कृपया आपको ईमेल पर भेजे गए ई-पास को प्रिंट करके अपने साथ लाएं।
महाशिवरात्रि महोत्सव अंग्रेजी में संचालित किया जाएगा, और तमिल, हिंदी और मैंडेरिन अनुवाद उपलब्ध होंगे।
हाँ। कृपया अपनी दवाइयां अपने साथ लाएं।
पूरे महोत्सव के दौरान कुर्सियां उपलब्ध होंगी।
महाशिवरात्रि के कार्यक्रम के दौरान हमारे पास बच्चों और/या नाबालिगों की देखरेख करने की सुविधाएं या संसाधन नहीं हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि जितना समय आप यहाँ बिताने वाले हैं, उतने समय के लिए घर पर उनकी देखरेख की व्यवस्था कीजिए।
प्रतिभागियों को कम से कम 10 वर्ष का होना चाहिए। यदि आप कोयंबतूर में सपरिवार रहना और महाशिवरात्रि की रात को हर किसी को लाना चाहें, तो आप ऐसा कर सकते हैं।
कार्यक्रम के विशाल पैमाने के कारण, कार्यक्रम से कम से कम 15 दिन पहले रजिस्ट्रेशन करवाना बेहतर होगा, ताकि आपको निराशा का सामना न करना पड़े। उस दिन रजिस्ट्रेशन उपलब्धता पर निर्भर होगा।
आपके द्वारा दान किए जाने के एक कार्य दिवस के बाद, आपको अपने दान की एक रसीद और आपकी रजिस्ट्रेशन संख्या के साथ एक कंफर्मेशन ई-मेल प्राप्त होगा। कार्यक्रम के करीब आने पर आपको ईमेल द्वारा एक ईपास प्राप्त होगा।
हां, महाशिवरात्रि कार्यक्रम सभी के लिए खुला है।
सभी श्रेणियों में, एक सीटिंग पास पर एक व्यक्ति की अनुमति है। एक व्यक्ति का सीटिंग पास किसी दूसरे को नहीं दिया जा सकता।
हां, दानकर्ता कोई भी व्यक्ति हो सकता है। उसी के अनुसार, दान की रसीदें सिर्फ दानकर्ता को ही दी जाएंगी। आप टुकड़ों में दान नहीं दे सकते।
नहीं।
सीमित संख्या में पार्किंग उपलब्ध है। पार्किंग गाड़ी के मालिक के जोखिम पर है, कार्यक्रम आयोजकों द्वारा कोई जिम्मेदारी नहीं ली जाएगी।
हां, आप शामिल हो सकती हैं।
पारंपरिक भारतीय परिधान पहनना बेहतर होगा। कृपया आश्रम में रहने के दौरान शिष्टतापूर्ण कपड़े पहनें। पुरुष और स्त्रियां दोनों हमेशा कंधों, बाहों, टखनों तक पैरों और कमर को ढंकने वाले कपड़े पहनें। उपयुक्त पश्चिमी परिधान में शामिल है – पुरुषों और स्त्रियों, दोनों के लिए टखनों तक की पतलून (कैपरी या शॉर्ट्स नहीं) और बाहों के ऊपरी हिस्सों को ढंकने वाली लंबी कमीज। कृपया अपनी सुविधा के लिए और स्थानीय संस्कृति के सम्मान स्वरूप तंग कपड़े न पहनें।
यक्ष और महाशिवरात्रि के लिए, उत्सवपूर्ण पारंपरिक भारतीय परिधान को प्रोत्साहित किया जाता है।
दिसंबर से मार्च तक, मौसम रात के समय थोड़ा ठंडा और दिन के समय हल्का गर्म होता है, और तापमान न्यूनतम 17 डिग्री से. (62 डिग्री फा.) और अधिकतम 35 डिग्री से. (95 डिग्री फा.) तक होता है।
योग केंद्र में पानी की भारी कमी के कारण, कपड़ों की धुलाई संभव नहीं होगी। लॉन्ड्री सुविधा भी उपलब्ध नहीं होगी। कृपया आपके रहने की पूरी अवधि के लिए पर्याप्त कपड़े लाएं।
कोयंबतूर और ईशा योग केंद्र के बीच नियमित बसें और टैक्सियां उपलब्ध हैं। गांधीपुरम टाउन बस स्टैंड, कोयंबटूर से ईशा योग केंद्र – बस नं 14 डी, सुबह 5.30 बजे से हर आधे घंटे पर उपलब्ध है।
ईशा ट्रैवल हेल्प लाइन : 9442615436, 0422-2515430
टैक्सी टैक्सी: 0422-40506070, एयरपोर्ट प्रीपेड: 99764 94000,
फास्ट ट्रैक: 0422-2200000 (कृपया शुल्क का पता कर लें और एडवांस में बुक करें).
मोबाइल ऐप्प से ओला/उबर टैक्सी
कोई मानदंड नहीं हैं, 10 साल से अधिक उम्र का और शारीरिक रूप से स्वस्थ कोई भी व्यक्ति कार्यक्रम में शामिल हो सकता है।
कार्यक्रम की प्रकृति के कारण और उसका अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए, आप कार्यक्रम के दौरान मोबाइल फोन का प्रयोग कम से कम कर सकते हैं।
NOTE: Mobile phone charging facility will NOT be available.
कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों के लिए महाअन्नदानम प्रदान किया जाएगा। अगर आहार प्रतिबंधों के कारण आप अपना भोजन स्वयं लाना चाहते हैं, तो आप स्वास्थ्यकर शाकाहारी भोजन ला सकते हैं।
योग मैट लाने की कोई जरूरत नहीं है।
कार्यक्रम शाम 6 बजे शुरू होगा, कृपया शाम 5 बजे तक स्थान ग्रहण कर लें। देवी महायात्रा शाम 7 बजे शुरू होगी।
सद्गुरु के पूरी तरह से कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण, यह शायद संभव नहीं होगा। आपको सलाह दी जाती है कि आप प्रक्रिया में खुद को पूरी तरह से शामिल करें और निर्देशों का 100 प्रतिशत पालन करते हुए सद्गुरु के लिए इसे आसान बनाएं। वह पूरे समय हमारा मार्गदर्शन करेंगे, तो हमें इसमें सहयोग करना चाहिए।
प्रदक्षिणा एक शक्तिशाली ऊर्जा स्रोत के चारों ओर घड़ी की सुई की दिशा में चक्कर लगाने की प्रक्रिया है, ताकि हम उसकी ऊर्जा को आत्मसात कर सकें। 11 डिग्री अक्षांश पर यह विशेष रूप से सहायक हो सकता है, जहां ईशा योग केंद्र स्थित है। सद्गुरु ने आदियोगी प्रदक्षिणा की प्रक्रिया इसलिए बनाई है, ताकि हम आदियोगी की कृपा के प्रति ग्रहणशील बन सकें, जो परम मुक्ति की दिशा में हमारे प्रयासों को तेज़ कर सकता है। यह सभी के लिए खुला है।
Pradakshina timings: Feb 18th 2023 form 6 am to 2 pm
Also on Feb 19th 2023 from 6 am onwards
यक्ष 3 दिन का कार्यक्रम है, जिसके बाद महाशिवरात्रि है जो एक रात का कार्यक्रम है।
Feb 15 to 17: Yaksha (7:00 PM onwards)
Feb 18 : Mahashivarathri (6PM – 6 AM)
हां, सामान्य दान के लिए यहां जाएं। जाएं।
कृपया ध्यान दें कि इस लिंक पर दिए गए दान का इस्तेमाल सीटिंग पास या कॉटेज आदि सहित किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहीं किया जा सकता।
हां, सामान्य दान के लिए ऐसा किया जा सकता है। जब आप भारत के किसी बैंक खाते से दान करते हैं, तो आपको भारत का मोबाइल नंबर, भारतीय पता, पैन नंबर देना होगा।
अगर आप किसी विदेशी बैंक खाते से दान कर रहे हैं, तो आपको विदेशी संपर्क नंबर, विदेश का पता, पासपोर्ट की प्रति देनी होगी।
सीटिंग पास के मामले में, भुगतान किसी एक प्रकार के खाते से होना चाहिए, चाहे वह भारतीय हो या विदेशी, यह आपकी राष्ट्रीयता और निवास राष्ट्र पर निर्भर करता है।
मंत्रोच्चारण किया जा सकता है।
हां।
The Mahashivarathri sadhana is a preparation for Mahashivarathri –a night of tremendous possibilities. This sadhana can be done by anyone over the age of eight can participate in the sadhana, which can be done for a duration of 40/21/14/7 or 3 consecutive days leading up to Mahashivarathri on February 18, 2023. This sadhana will culminate at Dhyanalinga (or optionally at home).
For further information please visit the link
You can hear the chants and watch the Shiva Namaskar video at: here
An Exuberance of music and dance leading up to Mahashivaratri. Yaksha will be happening between February 15th to Feb 17 2023 at Isha Yoga Center.
In an endeavor to preserve and promote the uniqueness, purity and diversity of the country’s performing arts, Isha Foundation annually hosts Yaksha, a three-day festival of culture, music and dance with performances by renowned artistes.
We invite you to immerse yourself in a profound experience of India’s majestic ancient culture.
सद्गुरु ने हाथों की कोई खास मुद्रा निर्धारित नहीं की है। आप अपने हाथों को उस तरह रख सकते हैं, जो आपके लिए आरामदेह हो।
पूरी साधना अवधि में।
उस कपड़े को किसी भी कारण से पूरी साधना अवधि के दौरान नहीं हटाया जाना चाहिए।
कृपया सिर्फ विभूति लगाएं – ईशा से ली गई विभूति का इस्तेमाल करना सबसे बेहतर होगा क्योंकि वह प्रामाणिक है और साथ ही प्राण-प्रतिष्ठित भी।
दुनिया भर के भारतीय स्टोरों में अक्सर नीम और विल्व पत्र मिल जाते हैं। आप नीम पाउडर आर्डर कर सकते हैं और पानी के साथ मिलाकर पाउडर के छोटे-छोटे गोले बनाकर खा सकते हैं। अगर नीम और विल्व उपलब्ध नहीं हैं, तो आप समापन के लिए इसे छोड़ सकते हैं।
कोई विशेष क्रम नहीं है, बस यह सुनिश्चित करें कि शिव नमस्कार सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद किया जाए।
आपको निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना चाहिए:
8-10 काली मिर्च के दाने 2-3 विल्व या नीम के पत्तों के साथ शहद में और मुट्ठी भर मूंगफली पानी में रात भर भिगो दें। शिव नमस्कार और मंत्रोच्चारण के बाद, पत्तों को चबा लें, काली मिर्च के दाने नीबू के रस के साथ मिलाकर खा लें और साथ ही मूंगफली भी खा लें। यदि नीम या विल्व के पत्ते उपलब्ध नहीं हैं, तो कृपया नीम पाउडर के गोले लें। नीम पाउडर IshaShoppe.com पर उपलब्ध है। कृपया इनके सेवन से पहले अपनी नियमित साधना जैसे शांभवी महामुद्रा पूरी कर लें।
अभ्यास शुरू करने से पहले दीया/मोमबत्ती जला लेना चाहिए। आदर्श रूप से आपको दीया जलाना चाहिए और साधना के बाद उसे जलता छोड़ देना चाहिए, लेकिन अगर आप एक बड़ी मोमबत्ती इस्तेमाल कर रहे हैं या उसे जलते हुए छोड़ने में आपको सुरक्षा की चिंताएं हैं, तो आप अपनी साधना के बाद उसे एक फूल की मदद से बुझा सकते हैं। उसे फूंक मार कर नहीं बुझाना चाहिए।
आपको पूरी साधना अवधि (40, 21, 14, 7 या 3 दिन) के दौरान बांह पर काला कपड़ा बांध कर रखना चाहिए। आपको इस अवधि के दौरान यह कपड़ा हटाना नहीं चाहिए।
आप ईशा केंद्रों से स्नानम पाउडर ले सकते हैं। अगर आपको वह न मिले, तो आप किसी ऑर्गेनिक साबुन या पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें रसायन न हों।
आप अपनी साधना से पहले विभूति लगा सकते हैं और उसके बाद उसे छोड़ सकते हैं। आप घर पर विभूति नहीं बना सकते, किसी विश्वस्त जगह से उसे लेना बेहतर है। यदि आप ईशा से उसे प्राप्त कर सकें, तो यह बेहतर होगा क्योंकि इससे प्रामाणिकता सुनिश्चित होगी, और ईशा से प्राप्त विभूति प्राण-प्रतिष्ठित भी होती है।
साधना में शामिल लोगों को 12 बजे के बाद भोजन प्रदान किया जाएगा। आपको कालीमिर्च, मूंगफली, नींबू, आदि खुद लाना होगा।
कपड़े को बांह पर पहनना जरूरी है।
जब आप इस साधना में शामिल होने का निश्चय कर लें, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप रोज साधना करने की प्रतिबद्धता निभाएं। अगर आप प्रतिबद्ध हैं, तो आपको अपनी साधना करने का रास्ता मिल जाएगा। आप सूर्योदय से पहले किसी भी समय इसे कर सकते हैं, तो आप यह सुनिश्चित कर लें कि अपने दिन की शुरुआत से पहले इसे करने के लिए जल्दी जाग जाएं। यह साधना बहुत शक्तिशाली है और इसमें आपके जीवन को रूपांतरित करने की शक्ति है, इसलिए कृपया इसे सफल बनाने पर ध्यान दें!
महाशिवरात्रि की रात को जागरण में रहना इस साधना का एक जरुरी हिस्सा है। आप 40 दिनों तक इस साधना के लिए जो भी प्रयास करते हैं, इस रात को उसका लाभ उठाया जा सकता है, इसलिए आपको इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। आप खुद को अधिक सजग रखने के लिए किसी चीज़ का सहारा ले सकते हैं, जैसे ठंडे पानी से स्नान, बालों को गीला रखना, आप उठकर टहलने जा सकते हैं। आप किसी स्थानीय उत्सव में हिस्सा ले सकते हैं। आप ईशा योग केंद्र से ऑनलाइन लाइव वेबस्ट्रीम भी देख सकते हैं।
हां, आप कर सकते हैं।
साधना निर्देश
सद्गुरु ने आगामी महाशिवरात्रि के लिए निम्नलिखित साधनाएं तैयार की है:
1. शिवांग साधना: पुरुषों के लिए – यह साधना वेल्लिंगिरी पर्वत की यात्रा के साथ समाप्त होती है।
अधिक जानकारी के लिए, शिवांग साधना और दीक्षा समय-सारिणी पर जाएं।
2. महाशिवरात्रि साधना: पुरुषों और स्त्रियों दोनों के लिए। 40/21/14/7/3 दिन की साधना। ध्यानलिंग (वैकल्पिक रूप से घर पर) पर समापन।
अधिक जानकारी के लिए महाशिवरात्रि साधना दिशा-निर्देश पर जाएं।
Sit in a cross-legged posture. (If you are uncomfortable sitting on the floor, you can sit on a chair.)
Bring your thumb and ring finger together. Women should use their left hand, and men should use their right hand (as shown in the video).
If possible, make the first digits of the two fingers touch.
If you have a rudraksha, you can hold it between the fingers.
Ensure you get the correct pronunciation and tune of “AUM NAMAH SHIVAYA.”
Do it for 21 minutes at a stretch, using the audio.
Close your eyes throughout the process.
For the first 21 days (at least), light a lamp or keep a picture of Sadhguru, Adiyogi, or Dhyanalinga in front of you.
It is best to take a shower before the practice.
The practice can be done both in the morning and evening every day. If that is not possible, do it at least in the morning.
Sit in Ardhasiddhasana for the practice. If you have not learned it, sit in a simple cross-legged posture.
If you are sitting on a chair, cross your legs at the ankles with the right ankle over the left.
If you have a rudraksha, hold it with the tips of your thumb and ring finger. Otherwise, make the first digits of these two fingers touch. Women should use their left hand, while men should use their right hand.
Place your other hand on your thigh, and keep the palm relaxed and facing upward.
If you have a rudraksha, it is best to use it. You can take off your rudraksha mala and hold it in your hand, with your hand resting on your thigh.
Poornangas and Brahmacharies can also do the same.
If you don't have a rudraksha, you can still chant by bringing the first digit of your thumb and ring finger together.
No, please chant for only 21 minutes. If you have more time after the chant, Sadhguru has instructed that you simply sit still.
Do it intensely – not too loud but intense.
You can still do the practice. Please watch the initiation video and then continue with the daily practice.
It is best to use the audio.
There is no need to be on an empty stomach for the practice. However, it is best to avoid practicing right after a full meal. Maintaining a light stomach is ideal. If you practice early in the morning as recommended by Sadhguru, your stomach will naturally be empty.
No. Whether it is shivratri, purnima, amavasya, ekadasi, pradosham, or any other occasion, it must be done according to Sadhguru’s guidance — in the morning and in the evening.
It is best to chant the Mahamantra first and then continue with your other practices.
It is recommended to do the practice at 5:40 AM. However, if that is not possible, you can chant at any time in the morning or evening.
आप नीचे दी गई लिंक का इस्तेमाल करके स्वयंसेवक बन सकते हैं
शांभवी महामुद्रा क्रिया में दीक्षित लोग ही स्वयंसेवा कर सकते हैं। सभी स्वयंसेवकों को कम से कम 7 दिन पहले यानी 11 फरवरी तक आने की सलाह दी जाती है।
भारतीय लोग, कृपया अपना पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या आधार कार्ड लाएं
नोट: कृपया वही फोटो आईडी कार्ड लाएं जो आप यहाँ फॉर्म में अपलोड करेंगे।
महाशिवरात्रि उत्सव के लिए आने वाले सभी लोगों को स्वयंसेवा के अवसर जरुर उपलब्ध होंगे। स्वयंसेवकों की लगन और प्रतिबद्धता के बिना इस प्रकार का कार्यक्रम संभव नहीं है। मगर ईशा योग केंद्र में सीमित बुनियादी ढांचे के कारण 17 फरवरी के बाद आने वाले लोगों को स्वयंसेवक डॉरमेटरी उपलब्घ कराना हमारे लिए संभव नहीं होगा।
सभी स्वयंसेवक अस्थायी डॉरमेटरी सुविधाओं में रहेंगे जिन्हें खास तौर पर महाशिवरात्रि के लिए बनाया जा रहा है। हम सभी स्वयंसेवकों से अनुरोध करते हैं कि उसी के अनुसार योजना बनाएं। कृपया लाए जाने वाली वस्तुओं की विस्तृत सूची के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न सं 6 को देखें। महाशिवरात्रि कार्यक्रम का मकसद इस रात की आध्यात्मिक संभावना को सभी तक पहुंचाना है। इसलिए अगर व्यक्तिगत आराम या सुविधा को लेकर कुछ समझौता करना पड़े, तो हम आपसे इस स्थिति को समझने का अनुरोध करते हैं।
आश्रम की ओर से किसी भी तरह का बिस्तर प्रदान नहीं किया जाएगा। सभी स्वयंसेवकों से अनुरोध है कि वे अपना बिस्तार स्वयं लेकर आएं। इसमें योगा मैट/गद्दे (यदि आपको आवश्यकता है), चादर और तकिया शामिल हैं। दिसंबर से मार्च तक, मौसम रात के समय थोड़ा ठंडा और दिन के समय हल्का गर्म होता है, और तापमान न्यूनतम 17 डिग्री से. (62 डिग्री फा.) और अधिकतम 35 डिग्री से. (95 डिग्री फा.) तक होता है। कृपया रात के लिए हल्के गर्म कपड़े और कंबल लेकर आएं।
नोट : एक समूह के रूप में आने वाले पारिवारिक सदस्य अपना सामान और प्रसाधन वस्तुएं अलग-अलग लाएं, क्योंकि उन्हें अलग-अलग आवास दिए जा सकते हैं।
प्रसाधन वस्तुएं
टॉर्च
छाता
मच्छर भगाने वाली क्रीम
बिस्तर
पर्याप्त कपड़े
गर्म कपड़े (शॉल, स्वेटर, आदि)
दवाएं (निर्धारित दवाएं और आम दवाएं जैसे सिरदर्द, बुखार आदि की गोलियां, दर्द निवारक मलहम, पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एंटासिड, इत्यादि)
लगेज के लिए ताला और चाभियां
पावर बैंक
योग मैट
स्लीपिंग बैग (अगर संभव हो)
पानी की बोतल
धूप से बचने के लिए टोपी
ईशा योग केंद्र एक सुरक्षित जगह है और सुरक्षा कर्मी चौबीसों घंटे उपलब्ध होते हैं। हालांकि इतने विशाल पैमाने के कार्यक्रम के लिए हमारी सलाह है कि आप अपने सामान को लेकर अत्यंत सतर्क रहें। क्योंकि आपका आवास स्थान कई लोगों द्वारा साझा किया जाएगा, इसलिए कृपया किसी तरह का कीमती सामान, जेवर, लैपटॉप या महंगे इलेक्ट्रानिक गैजेट्स न लाएं। अपने सामान की सुरक्षा के लिए कृपया ताला और चाभी साथ रखें और सुरक्षा के लिहाज से अपने बैगों को ताला लगाकर रखें।
रहने के स्थानों में चार्जिंग सुविधाएं सीमित रूप से उपलब्ध होंगी। कृपया चार्ज करते समय अपने मोबाइल फोनों को रखवाली के बिना न छोड़ें। अपना मोबाइल पावर बैंक लेकर आना बेहतर होगा।
स्वयंसेवकों को 17 फरवरी तक आ जाना होगा, और 23 फरवरी तक यहीं रहना होगा। क्योंकि इस कार्यक्रम के लिए बहुत सी तैयारी की जरुरत होगी, हम सलाह देते हैं कि आप जनवरी में ही आ जाएं।
स्वयंसेवक महाशिवरात्रि के दौरान एक अलग ‘वालंटियर बे’ में बैठेंगे। आपको अपने लिए सीटिंग पास बुक करने की जरूरत नहीं है।
स्वयंसेवक के रूप में हम ये तय करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि लोग महाशिवरात्रि कार्यक्रम का अनुभव किस तरह करते हैं। हम स्वयंसेवकों को पूरी रात के लिए अलग-अलग कार्यकलाप सौंपेंगे। एक बार जब आपने इस महाशिवरात्रि में खुद को एक स्वयंसेवक के रूप में प्रस्तुत करने का फैसला कर लिया है, तो हम सलाह देते हैं कि आप रात भर एक स्वयंसेवक के रूप में भागीदारी करें। खुद को भेंट के रूप में प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम के अनुभव को बहुत गहरा बनाया जा सकता है। अगर फिर भी आप सीटिंग पास चाहते हैं, तो आप अपने एरिया कार्डिनेटर के साथ बात करके पास पा सकते हैं।
पारंपरिक भारतीय परिधान को प्रोत्साहित किया जाता है। कृपया आश्रम में रहने के दौरान शिष्टतापूर्ण कपड़े पहनें। पुरुष और स्त्रियां दोनों हमेशा कंधों, ऊपरी बाहों, टखनों तक पैरों और कमर को ढंकने वाले कपड़े पहनें। उपयुक्त पश्चिमी परिधान में शामिल है – पुरुषों और स्त्रियों, दोनों के लिए टखनों तक की पतलून (कैपरी या शॉर्ट्स नहीं) और बाहों के ऊपरी हिस्सों को ढकने वाली लंबी कमीज। कृपया अपनी सुविधा के लिए और स्थानीय संस्कृति के सम्मान स्वरूप तंग कपड़े न पहनें।
योग केंद्र में पानी की भारी कमी के कारण, कपड़ों की धुलाई संभव नहीं होगी। लॉन्ड्री सुविधा भी उपलब्ध नहीं होगी। कृपया आपके रहने की पूरी अवधि के लिए पर्याप्त कपड़े लाएं।
हां।
हां। कृपया अपनी दवाएं साथ लाएं।
जो लोग शांभवी महामुद्री क्रिया में दीक्षित हैं, सिर्फ उन्हें ही स्वयंसेवक आवास में ठहरने की अनुमति दी जाएगी। परिवार के अन्य सदस्य और अतिथि महाशिवरात्रि के लिए रजिस्ट्रेशन करवाकर रात भर चलने वाले उत्सव में शामिल हो सकते हैं।
महाशिवरात्रि के कार्यक्रम के दौरान हमारे पास बच्चों और/या नाबालिगों की देखरेख करने की सुविधाएं या संसाधन नहीं हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि जितना समय आप यहाँ बिताने वाले हैं, उतने समय के लिए घर पर उनकी देखरेख की व्यवस्था कीजिए।
सीमित संख्या में पार्किंग उपलब्ध है। अगर आप कार्यक्रम स्थल की तैयारियों में मदद के लिए अपनी गाड़ी लाना चाहते हैं, तो यह भी कर सकते हैं।
मूलभूत फर्स्ट ऐड सुविधा उपलब्ध होगी, हालांकि नजदीकी अस्पतालों तक पहुँचने में सामान्य ट्रैफिक स्थितियों में लगभग 1 घंटे का समय लगता है। कृपया ध्यान दें, महाशिवरात्रि के दौरान अधिक ट्रैफिक होने के कारण अस्पताल पहुंने में अधिक समय लगेगा। नजदीकी मेडिकल शॉप 8 किलोमीटर दूर हैं। कृपया अपनी नियमित दवाएं अपने साथ रखें।
हां, आप कार्यशाला के लिए रजिस्ट्रेशन करवाकर महाशिवरात्रि के लिए स्वयंसेवा भी कर सकते हैं।
अतिरिक्त प्रश्नों के लिए, कृपया +91 83000 83111 पर हेल्पलाइन को कॉल करें या info@mahashivarathri.org पर ईमेल करें।