कंट्रोल पैनल है आपके हाथ
सद्गुरु मुद्रा विज्ञान पर प्रकाश डाल रहें है जिसकी जानकारी होने पर आप अपने हाथों को अपनी ऊर्जा का कंट्रोल पैनल बना सकते हैं।
सद्गुरु मुद्रा विज्ञान पर प्रकाश डाल रहें है जिसकी जानकारी होने पर आप अपने हाथों को अपनी ऊर्जा का कंट्रोल पैनल बना सकते हैं।
सद्गुरु:
मुद्रा शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है मोहर या ठप्पा। यह हाथों की एक खास स्थिति है। मुद्राएं आपके शरीर को एक खास तरीके से व्यवस्थित करने का सूक्ष्म विज्ञान हैं। आप महज अपनी हथेलियों की स्थिति बदल कर ही अपने सिस्टम के काम करने के तरीके को बदल सकते हैं। यह अपने आप में एक पूरा विज्ञान है, जो वास्तव में शरीर की ज्यामिति यानी ज्यॉमेट्री और सर्किट से जुड़ा होता है। किसी विशेष मुद्रा में होने पर आपकी ऊर्जा एक खास तरह से काम करने लगती है। योग में ऐसे प्रणालियां हैं जिसमें आप कुछ खास अनुपातों में गिनती करके अपनी सांस पर एक खास ढंग से काबू कर सकते हैं। ऐसा करके अगर आप चाहें तो अपनी ऊर्जा को शरीर की किसी भी खास कोशिका पर केंद्रित कर सकते हैं। हमारे हाथ खाना खाने और शारीरिक काम करने के अलावा और भी कई चीजों को करने के काबिल होते हैं। आप इन हाथों को इस तरह से बना सकते हैं कि इन्हें यहीं पर घुमाकर कहीं किसी दूसरी जगह पर किसी काम को अंजाम दे सकते हैं, आप जहां चाहें वहां बिना किसी त्रुटि के बिलकुल ठीक-ठीक अंजाम दे सकते हैं, क्योंकि ये हाथ हर काम को करने के लिए एक यंत्र हैं। ये एक तरह से कंट्रोल पैनल जैसे हैं।
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