एक साधक ने सद्गुरु से पूछा कि मंदिर में पूजा करते समय अपना नाम, नक्षत्र और गोत्र बताने का क्या महत्व है? सद्गुरु इसके पीछे के विज्ञान को विस्तार से समझते हुए हजारों सालों से भारतीय संस्कृति में मौजूद जेनेटिक्स की गहरी समझ के बारे में बताते हैं।
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