मनीष मल्होत्रा और सद्गुरु के बीच फैशन पर चर्चा
19 अगस्त
भारतीय फैशन डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा ने दिल्ली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सद्गुरु के साथ बातचीत की। दोनों के बीच इस रोचक चर्चा में प्राकृतिक रेशे, भारत की समृद्ध बुनकारी, रोमांस और विवाह जैसे विषयों पर बातचीत हुई। मनीष ने सद्गुरु से ग्लैमर के बारे में पूछा और सद्गुरु ने एक अनोखा और गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए बताया कि अगर कोई सचेतन है तो सारी दुनिया उसके लिए ग्लैमरस है।
सद्गुरु और मनीष मल्होत्रा ने संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय संग्रहालय द्वारा 'अभिराज बलदोटा फाउंडेशन' के साथ आयोजित प्रदर्शनी 'सूत्र संतति' का भी अवलोकन किया। यह प्रदर्शनी स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारतीय कपड़ों की समृद्ध परंपरा को दर्शाती है।
गोवा ने मिट्टी बचाओ अभियान के साथ एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किया
23 अगस्त
गोवा के माननीय मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने सार्वजनिक तौर पर मिट्टी बचाओ कार्यक्रम में सद्गुरु के साथ एम.ओ.यू. (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से अपील की कि उन्हें समाज और पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव के लिए अपनी आवाज़ उठाना चाहिए और टेक्नोलॉजी का भी लाभ उठाना चाहिए। सद्गुरु ने ध्यान दिलाते हुए कहा कि आज इस धरती पर हम जो पर्यावरण की समस्या का सामना कर रहे हैं उसके पीछे का मुख्य कारण हमारा अचेतन और बाध्यकारी व्यवहार है।
सद्गुरु ने रोज़गार मंत्रालय के राष्ट्रीय सम्मलेन को संबोधित किया
25 अगस्त
सद्गुरु को भारत सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश में आयोजित सारे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के श्रम मंत्रियों के प्रमुख सम्मलेन को ऑनलाइन संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया। अपनी जानी जाने वाली स्पष्टता और सूक्ष्मता के साथ उन्होंने भारत के आधुनिक विकास और भविष्य को लेकर एक प्रेरक भाषण दिया। सद्गुरु ने इस बात पर ज़ोर दिया कि पर्यावरण एक स्वस्थ और लाभदायक अर्थव्यवस्था का आधार है और सबके कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए इसे प्राथमिकता दिया जाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
बिज़नेस इनसाइडर ने जलवायु परिवर्तन के ऊपर सद्गुरु से साक्षात्कार लिया
26 अगस्त
बिज़नेस इनसाइडर ने सद्गुरु को उनके 'क्लाइमेट एक्शन 30' की सूची में शामिल किया। ये विश्व के उन नेताओं की सूची है जो जलवायु में सुधार को लेकर काम कर रहे हैं। उन्होंने इस विषय पर सद्गुरु का साक्षात्कार भी लिया। इस ऑनलाइन बातचीत में सद्गुरु ने बताया कि किस प्रकार विश्व की आधी से ज्यादा आबादी किसी न किसी तरह की खेती से जुड़ी हुई है। उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि कृषि में सुधार किए बिना मानव कल्याण नहीं होगा और ये मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के बिना संभव नहीं है।
टोरंटो के एच.बी.एस. क्लब में सद्गुरु
26 अगस्त
टोरंटो के हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल (एच.बी.एस.) क्लब ने सद्गुरु और ‘1% फॉर द प्लेनेट’ के सीईओ केट विलियम्स के साथ जागरूक नेतृत्व के ऊपर एक ऑनलाइन बातचीत आयोजित की। लीडरशिप के ऊपर एक दिलचस्प बातचीत हुई। सद्गुरु ने निजी महत्वाकांक्षा और सबको समाहित करने के नज़रिए के बीच अंतर बताते हुए कहा कि लोग तब ज़्यादा जुड़ते और समर्पित होते हैं जब उन्हें निजी आकाँक्षाओं के बजाय एक प्रभावशाली नज़रिए से जोड़ा जाए।
नेपाल में एक रोचक संवाद
27 अगस्त
नेपाल के लोकप्रिय अभिनेता 'राजेश हमाल' ने सद्गुरु के साथ उनके हाल ही के नेपाल दौरे पर बातचीत की। उनकी इस रोचक बातचीत में उन्होंने मानव चेतना के विकास के लिए स्थान तैयार किए जाने के बारे में चर्चा की। उन्होंने ये भी बताया कि कैसे नेपाल के कुछ हिस्सों का निर्माण मानव विकास और कल्याण को देखते हुए किया गया है। सद्गुरु ने यह भी बताया कि कैसे किसी इंसान के जीवन की गुणवत्ता उसके कामों के बजाए उसके जीवन के अनुभवों पर निर्भर करती है।
सद्गुरु ने कृषि अनुसन्धान की राष्ट्रीय परिषद् को सम्बोधित किया
27 अगस्त
सद्गुरु ने कृषि अनुसन्धान की राष्ट्रीय परिषद् के साथ मिट्टी बचाओ अभियान और पर्यावरण विकास के बारे में ऑनलाइन चर्चा की। उनके इस असरदार भाषण में उनकी दूरदर्षिता और सहानुभूतिपूर्ण अंतर्दृष्टि की कुछ झलकियाँ देखने को मिलीं। सद्गुरु ने मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हरेक देश को उनकी अपनी पारम्परिक कृषि प्रणाली को अपनाने की बात कही। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि भारत अपनी कृषि की समझ की वजह से पूरी दुनिया में खाद्य-आपूर्ति का एक दमदार निर्यातक हो सकता है।
नेपाल में मिट्टी बचाओ अभियान के बारे में जनता को संबोधन
2 सितम्बर
सद्गुरु का नेपाली जनता द्वारा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया जब वे मिट्टी बचाओ अभियान पर भाषण देने काठमांडू पहुंचे। राधे और प्रोजेक्ट संस्कृति द्वारा एक शानदार प्रस्तुति के पश्चात् सद्गुरु ने उत्साहित जन समुदाय के साथ बातचीत की। उन्होंने मानव क्षमता के बारे में बात करते हुए बताया कि कैसे हमारे सोचने के तरीके में सबका समावेश होना चाहिए और कैसे हम अपनी संस्कृति एक दूसरे से साझा कर सकते हैं। सद्गुरु ने उपस्थित जनसमुदाय से अनुरोध किया कि वे रोज 10 मिनट मिट्टी बचाओ अभियान के बारे में कुछ कहें।
सद्गुरु का जन्मोत्सव!
3 सितम्बर
सद्गुरु के जन्मदिन के अवसर पर कोयम्बटूर के ईशा योग केंद्र में उल्लास और उत्सव का सैलाब देखने को मिला जब स्वयंसेवकों ने रंगोलियों और सुंदर सजावट से केंद्र को सुशोभित किया। ये सब सद्गुरु के प्रति और दुनिया के हित में किए जा रहे उनके कामों के प्रति सम्मान की अभिव्यक्ति है। सद्गुरु के लिए अपना प्रेम और आभार प्रकट करने के लिए काठमांडू के स्थानीय स्वयंसेवकों ने इस सुअवसर का लाभ उठाया।
कैलाश मानसरोवर दर्शन
सितम्बर के पहले पखवाड़े में सद्गुरु तीर्थयात्रियों को लेकर पवित्र कैलाश मानसरोवर दर्शन के लिए नेपाल से गुजर रहे थे। दर्शन नेपाल के 'लेप्चा ला पास' पर हुए, जो कि समुद्र तट से 16,410 फ़ीट की ऊँचाई पर है। मानसरोवर का तट यहाँ से केवल 7 किमी की दूरी पर स्थित है।