सत्य की राह में
मिली कई भयंकर स्थितियाँ,
और असत्य की अतल गहराइयों में डूबे
कई घातक लोग।
गुरु-इच्छा के प्रति
आभार और भक्ति में,
एक दिव्य रूप बनाने का
दुरूह काम करते हुए,
सहन करने पड़े कई लालची लोग,
और उनके फूट पैदा करने वाले
दुष्टता के काम।
अब उनको प्रेरित करने
और उन तक सत्य को पहुँचाने की ख़ातिर
जो खो रहे हैं
अपने अस्तित्व का आधार
राह में मिलती हैं आज भी
आंधियां, अज्ञान और शैतानियों की।
पर सत्य की हवाएं भरेंगी ऊंची उड़ानें,
और रहेंगी हमेशा कायम।