मानव, मशीन और पहाड़ों के बीच
उबड़-खाबड़ इलाके का यह रोमांस!
मज़बूत इंजन,
जीतने का साहस
और अदम्य पहाड़
इंजन की गूँज और
अनगिनत बार गियरों का बदलना,
चट्टानों और गड्ढों से
भरी हुई राहें।
पानी और कीचड़ के छींटे
पड़ते हैं
मानवीय मूर्खता से भरी
उन इच्छाओं पर,
जो चाहती हैं हमेशा
सबसे ऊपर रहना।
जानता हूँ अच्छी तरह
कि चाहे जितने भी मज़बूत हों
दिल और जज़्बात
हम नश्वर इंसान
हैं अधीन
शिव की इच्छा के।
- सद्गुरु