आत्म ज्ञान - एक गहन विश्लेषण

“अगर आप इस बारे में पहले से ही नहीं जानते तो जान लें, कि नब्बे प्रतिशत से अधिक लोगों के लिए अपने आत्म-बोध का क्षण तथा शरीर से विदा लेने का क्षण एक ही होता है। केवल वही लोग, जो अपने शरीर के सभी दाँव-पेंचों, इसकी सारी प्रक्रियाओं और सारी बारीकियों से परिचित हैं, केवल वही इसे संभाल सकते हैं।”

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