ईशा योग केंद्र, दक्षिण भारत के कोयंबटूर नगर से चालीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित, वेल्लनगिरि पर्वतों की तलहटी में स्थित है। यह केंद्र ब्रह्मचारियों के सक्रिय अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, स्वयंसेवकों तथा आगंतुकों का आवास स्थान है। सद्गुरु द्वारा एक शक्तिशाली स्थान के रूप में प्रतिष्ठित इस केंद्र (आंतरिक विकास केंद्र), का अनूठापन ये है कि यहाँ योग के चारों पथ - ज्ञान, कर्म, क्रिया व भक्ति - भेंट किए जाते हैं। प्रति सप्ताह, हज़ारों लोग, केंद्र में आंतरिक शांति व कल्याण की खोज के लिए आते हैं।

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योग केंद्र का प्रमुख केंद्र-बिंदु ध्यानलिंग है। ध्यानलिंग एक शक्तिशाली व अनूठा ऊर्जा रूप है, जो इसके घेरे में आने वाले हर मनुष्य के लिए जीवन को उसकी पूरी समग्रता के साथ अनुभव करने की संभावना बनाता है। आध्यात्मिक अर्थ में, ध्यानलिंग एक गुरु तथा मुक्ति का द्वार है। स्तंभरहित, दो लाख पचास हज़ार, ईंटों से बने गुबंद में अवस्थित ध्यानलिंग, ध्यान के लिए एक गहन स्थान है और सहज आध्यात्मिकता के पोषण के लिए एक जीवंत भरोसेमंद स्थान है।

तीर्थकुंड, ध्यानलिंग प्रांगण की बाहरी परिक्रमा का अंग हैं। शक्तिशाली रूप से प्रतिष्ठित रसलिंगों के साथ, वे ध्यानलिंग में प्रवेश की तैयारी का साधन बनते हैं। इस जल में एक डुबकी शारीरिक स्वास्थ्य के लिए तो लाभप्रद है ही, इसके अलावा ये ध्यानलिंग की दिव्य ऊर्जाओं को ग्रहण करने से पूर्व की आदर्श तैयारी भी है।

आदियोग अलायम और स्पंद कक्ष, विशाल कार्यक्रम कक्ष हैं, जो आश्रम के अनेक आवासीय कार्यक्रमों के लिए एकत्र होने की सुविधा प्रदान करते हैं। आदियोगी अलायम, बयासी हज़ार स्क्वेयर फीट में स्थित, स्तंभरहित कक्ष है, जिसमें अद्भुत तथा निराला वास्तुशिल्प देखने को मिलता है, इसमें एक साथ हज़ारों लोगों के बैठने की व्यवस्था है। स्पंद हॉल चौंसठ हज़ार स्क्वेयर फीट में बना है और ईशा योग केंद्र के अनेक उच्च स्तरीय कार्यक्रम यहीं संपन्न होते हैं।

आश्रम में ईशा रेजुनवेशन सेंटर तथा ईशा होम स्कूल भी स्थित हैं। ईशा रेजुनवेशन में आंतरिक शांति के अनुभव के साथ-साथ, एक स्वस्थ शरीर का आनंद भी पाया जा सकता है। यह केंद्र, सद्गुरु के मार्गदर्शन में, अनेक ओजस्वी कार्यक्रम आयोजित करता है, जो जीवन ऊर्जाओं में जीवंतता तथा संतुलन लाने पर आधारित होते हैं, ये लम्बे समय से चले आ रहे रोगों से मुक्ति के लिए बहुत महत्व रखते हैं। वैज्ञानिक आधारयुक्त इन कार्यक्रमों में एलोपैथी, आयुर्वेदिक तथा सिद्ध पद्धतियाँ, और प्राचीन भारतीय विज्ञान तथा अध्यात्म का गूढ़ विवेक भी शामिल होता।

ईशा होम स्कूल एक आवासीय स्कूल है, जिसमंे घर जैसे सहज वातावरण में, उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जाती है। स्कूल में, शैक्षिक प्रक्रियाओं के माध्यम से, जीवन के सभी अहम पक्षों पर बल दिया जाता है। पारंपरिक शैक्षिक आवश्यकताओं के अतिरिक्त, विविध पाठ्येतर गतिविधियों के अन्वेषण पर भी बल दिया जाता है, जैसे कला, संगीत व नाटक आदि। स्कूल में प्रतिभाशाली अंतर्राष्ट्रीय स्टाफ द्वारा शिक्षा दी जाती है, जो यह जानते हैं कि शिक्षा का सच्चा मोल, रटंत विद्या में नहीं, बलिक जीवन कौशलों की शिक्षा तथा बालक के संपूर्ण विकास में छिपा है। ईशा होम स्कूल एक आवासीय स्कूल है, जिसमें घर जैसे सहज वातावरण में, उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जाती है। स्कूल में जीवन के सभी अहम पक्षों को शैक्षिक प्रक्रियाओं में सम्मिलित करने पर बल दिया जाता है। पारंपरिक शैक्षिक आवश्यकताओं के अतिरिक्त, विविध पाठ्येतर (को-करीकुलर) गतिविधियों के अन्वेषण पर भी बल दिया जाता है, जैसे कला, संगीत व नाटक आदि। स्कूल में प्रतिभाशाली अंतर्राष्ट्रीय स्टाफ द्वारा शिक्षा दी जाती है, जो यह जानते हैं कि शिक्षा का सच्चा मोल, रटंत विद्या में नहीं, बलिक जीवन कौशलों की शिक्षा तथा बच्चों के संपूर्ण विकास में छिपा है।