सद्‌गुरु:

मंत्र का अर्थ है, एक शुद्ध ध्वनि। आज आधुनिक विज्ञान ने साबित कर दिया है कि समूचा अस्तित्व ऊर्जा का स्पंदन  है, स्‍पंदन का स्‍तर अलग अलग होता है। जहां भी कोई स्पंदन होता है, वहां ध्वनि होनी ही है।

Subscribe

Get weekly updates on the latest blogs via newsletters right in your mailbox.

हर रूप के साथ जुड़ी है ध्वनि

रूप या आकार अलग-अलग तरह के होते हैं और हर रूप के साथ एक ध्वनि जुड़ी होती है और हर ध्वनि के साथ एक रूप जुड़ा होता है। जब आप कोई ध्वनि मुंह से निकालते हैं, तो उसके साथ एक रूप बनता  है। ध्वनियों को एक खास तरह से इस्तेमाल करने का एक पूरा विज्ञान है, जिससे सही तरीके के रूप बनाया जा सके।

मंत्र कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसका आप उच्चारण करते हैं, यह वह चीज है जो आप बनना चाहते हैं क्योंकि पूरा अस्तित्व ध्वनियों का एक जटिल संगम है। उसमें से हमने कुछ ध्वनियों को पहचाना जो ब्रह्मांड के हर आयाम को खोलने वाली कुंजियों की तरह हैं।
हम एक खास क्रम में ध्वनि निकालकर शक्तिशाली रूप बना सकते हैं। इसे ‘नाद योग’ कहा जाता है। अगर ध्वनि पर आपका अधिकार है, तो उससे जुड़े रूप पर भी आपका अधिकार होगा।

‘साउंड्स ऑफ ईशा’ ने मंत्रों पर एक प्रस्तुति तैयार की है जिसका नाम है- ‘वैराग्य’ उन्होंने दस-दस मिनट के पांच मंत्रों को एक साथ पेश किया है। आप कुछ समय तक इन मंत्रों को सुनकर देख सकते हैं कि किस मंत्र को आप अपने सबसे करीब महसूस करते हैं। फिर आप उसका विस्तृत संस्करण प्राप्त कर सकते हैं और उसके साथ समय बिता सकते हैं। फिलहाल आप सिर्फ इन मंत्रों को सुनिए। संगीत की क्‍वालिटी या धुन आदि के आधार पर उन्हें पसंद या नापसंद करने की कोशिश न करें। ये ध्वनियां आपके इतने करीब हो जाएं जितनी आपकी सांस। कुछ समय बाद, बिना उन मंत्रों को सुने भी, उस मंत्र की तरंगे आपके भीतर गुंजित होने लगेंगी। यह आपके लिए अद्भुत रूप से असरकारी हो सकता है।

मंत्र कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसका आप उच्चारण करते हैं, यह वह चीज है जो आप बनना चाहते हैं क्योंकि पूरा अस्तित्व ध्वनियों का एक जटिल संगम है। उसमें से हमने कुछ ध्वनियों को पहचाना जो ब्रह्मांड के हर आयाम को खोलने वाली कुंजियों की तरह हैं। जब तक आप खुद चाभी नहीं बन जाते, वह आपके लिए नहीं खुलेगा। मंत्र बनने का मतलब है कि आप चाभी बन रहे हैं, चाभी बन कर ही आप ताले को खोल सकते हैं, वरना कोई और उसे आपके लिए खोलेगा और आपको उसकी सुननी पड़ेगी। देखिए आपको मुझे झेलना पड़ रहा है क्योंकि आपने अभी उसे खोला नहीं है।

बुधवार को हम आपके लिए पेश करेंगे संगीत की बहार, यह एक मौका होगा खुद को खोने का और अपने अंतर से जुड़़ने का