रैली फॉर रिवर क्या है?
रैली फॉर रिवर भारत की जीवन रेखाओं को बचाने का एक अभियान है जिसे ‘नदी अभियान’ भी कहा जाता हैं। सद्गुरु ने इसकी शुरुआत 3 सितंबर, 2017 को भारत की तेज़ी से सूखती नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए की, और रैली के माध्यम से इस अत्यंत गंभीर स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वयं 16 राज्यों से होते हुए 9300 कि.मी. से अधिक यात्रा की।
180 से अधिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में हज़ारों लोगों को संबोधित करते हुए यह रैली इतिहास में सबसे अधिक लोगों का समर्थन पाने वाला जन-जागरूकता अभियान बन गयी। इसे16 करोड़ से अधिक लोगों का समर्थन मिला, और आज रैली फॉर रिवर दुनिया का सबसे बड़ा पर्यावरणीय आंदोलन है।
नदी अभियान भारत की नदियों को बचाने के लिए एक व्यापक समाधान प्रदान करता है, इसकी अनूठी संरचना में प्राथमिकता एक आर्थिक कार्यक्रम की है जिससे पर्यावरण पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
2 अक्टूबर 2017 को नई दिल्ली में रैली का समापन हुआ जहां सद्गुरु ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को नीति सिफारिश रिपोर्ट -“भारत की नदियों का पुनरुद्धार” सौंपी।
नदी अभियान द्वारा अब कई राज्यों में विस्तृत अध्ययन और ज़मीनी कार्रवाई करते हुए समाधान को जल्द से जल्द लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।