लाखों भक्तों को भोजन भेंट करने में सहयोग करें!
हाँ, मैं अभी दान करना चाहता हूँ!
*आपका दान मूल्यवान है!
इतिहास लिखे जाने से भी बहुत पहले से ही, पूरी दुनिया के लोग भोजन और जीवन के बीच के गहरे संबंध को समझते आए हैं।
भारतीय परंपरा में भोजन भेंट करना हमेशा से एक पवित्र कार्य माना गया है। यहाँ हर समुदाय में, कोई भी त्यौहार या समारोह अन्नदान या प्रसाद बाँटने के बिना पूरा नहीं होता।
हम अपने पूर्वजों, देवों, सन्यासियों, बुजुर्गों, तीर्थ यात्रियों और साथ ही परिवार जनों, दोस्तों, मेहमानों और हर भूखे प्राणी को भोजन भेंट करते हैं!
हर जगह फैली अन्नदान की परंपरा के कारण ही हजारों सालों से योगी, संत, महात्मा देश के एक कोने से दूसरे कोने तक यात्राएं करने और आध्यात्मिक विज्ञान को पूरे उपमहाद्वीप में फैलाने का काम कर पाए हैं।
ईशा योग केंद्र में महाशिवरात्रि के रात भर चलने वाले महोत्सव में हिस्सा लेने वाले लाखों भक्तों को महा अन्नदान भेंट किया जाता है। हम आपको अन्नदान में योगदान देने के लिए आमंत्रित करते हैं।