भैरवी साधना क्या है?
एक सरल लेकिन शक्तिशाली प्रक्रिया जिसके माध्यम से आप लिंग भैरवी की कृपा के प्रति ग्रहणशील बन सकते हैं और अपने भीतर की भक्ति को उजागर कर सकते हैं।
इस साधना की शुरुआत, उत्तरायण के शुरूआती दिनों के दौरान होती है, जब धरती से देखने पर सूर्य आकाश में उत्तर की ओर जाता दिखाई देता है। यह समय आध्यात्मिक ग्रहणशीलता के लिए मददगार होता है।
महिलाओं के लिए समापन: 25 Jan 2024 (Thaipusam)
पुरुषों के लिए समापन: 9 Feb 2024 (Thai Amavasya)
*तईपूसम चंद्र कैलेण्डर के तई महीने की पूर्णिमा को कहते हैं।
*भैरवी साधना किट आपके भाग लेने के लिए अनिवार्य है। (ईशा लाइफ में उपलब्ध)
भैरवी साधना क्यों?
किसी व्यक्ति की आकांक्षा चाहे जो भी हो - स्वास्थ्य, धन, ज्ञान या आत्मज्ञान - देवी इन सभी चीज़ों की और कई दूसरी चीज़ों की परम दाता हैं।
देवी की कृपा के प्रति अपनी ग्रहणशीलता बढ़ाएं।
देवी के साथ अपने संबंध को गहरा करने के लिए कुछ ख़ास प्रक्रियाओं और अनुशासन की दीक्षा लें।
भक्तों को पवित्र चढ़ावे बनाना सिखया जाएगा। ये चढ़ावे खुद को भक्ति में अर्पित करने का प्रतीक हैं।
हिस्सा कैसे लें:
चरण 1: इस साधना के लिए रजिस्टर करें।
चरण 2: दीक्षा के दिन से पहले दीक्षा ओरिएंटेशन वीडियो देखें। (रजिस्ट्रेशन करने के बाद यह आपको ईमेल द्वारा भेजा जाएगा।)
चरण 3: 4, 11, 14, 18, 22 जनवरी 2024 को ऑनलाइन दीक्षा सत्र में भाग लें। (सत्र का समय और वेब लिंक आपको ईमेल के माध्यम से भेजा जाएगा।)
चरण 4: जो अवधि आपको बताई जाती है, उतने समय तक दिशा-निर्देशों के अनुसार साधना करें।
चरण 5: समापन के दिन से पहले समापन ओरिएंटेशन वीडियो देखें। (रजिस्टर करने के बाद यह आपको ईमेल द्वारा भेजा जाएगा।)
चरण 6: समापन सत्र में ऑनलाइन या ईशा योग केंद्र में व्यक्तिगत रूप से भाग लें - 25 जनवरी (महिलाएं), 9 फरवरी (पुरुष)।
(सत्र का समय और अन्य जानकारी को ईमेल के माध्यम से भेजी जाएगी।)
आपकी साधना के लिए ज़रूरी वस्तुएँ:
आपकी साधना के लिए ज़रूरी वस्तुएँ:
देवी फोटो
अभय सूत्र
कुमकुम
देवी स्तुति
आपको देवी पेंडेंट (मौजूदा या नया) पहनना होगा। अगर आपको यह खरीदना है, तो इसे [ईशा लाइफ] से खरीदा जा सकता है।
दीक्षा के दिन से पहले इन सभी वस्तुओं को तैयार करना ज़रूरी है। इनका उपयोग कैसे करें, इसकी जानकारी दीक्षा के दिन आपके साथ साझा की जाएगी।
साधना अवधि के दौरान पालन करने के लिए दिशानिर्देश:
दीक्षा सत्र के दौरान विस्तार में निर्देश दिए जाएंगे। हालाँकि, साधना के दौरान कुछ ध्यान रखने योग्य बातें नीचे दी गई हैं:
[हर्बल बाथिंग पाउडर] से दिन में दो बार नहाना (रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल न करें)
साधना की अवधि के दौरान, सिगरेट, शराब और मांसाहारी भोजन का सेवन बिलकुल न करें।
एक दिन में केवल 2 भोजन। पहला भोजन दोपहर 12 बजे के बाद करें।
सफेद या हल्के रंग के वस्त्र ही पहनें।
सम्पर्क की जानकारी
और अधिक जानकारी पाने के लिए, या कोई भी प्रश्न पूछने के लिए, कृपया हमसे संपर्क करें:
ईमेल: bhairavi.sadhana@lingabhairavi.org
फोन: +91-83000 83111
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भैरवी साधना, अपने भीतर भक्ति को जागृत करने का एक अवसर है। यह साधना विशेष अभ्यासों, अनुशासन और अर्पण के माध्यम से देवी की कृपा के प्रति अपनी ग्रहणशीलता को बढ़ाने की एक गहरी प्रक्रिया है।
इस साधना की शुरुआत, उत्तरायण की शुरूआत के दौरान होती है, जब सूर्य आकाश में उत्तरी गोलार्ध की ओर जाता है। यह समय आध्यात्मिक रूप से ग्रहणशील बनने में मददगार होता है। महिला और पुरुष दोनों 4, 11, 14, 18, 22 जनवरी 2024 को साधना में दीक्षित हो सकते हैं।
Slot Timings
07:00 to 08:30 AM IST
10:00 to 11:30 AM IST
01:30 to 03:00 PM IST
04:30 to 06:00 PM IST
07:30 to 09:00 PM IST
09:30 to 11:00 PM IST
इसमें हिस्सा लेने के लिए उम्र कम से कम 7 वर्ष होनी चाहिए।
हाँ, भैरवी साधना किट अनिवार्य है। किट में शामिल प्राण-प्रतिष्ठित वस्तुएं साधना के दौरान काफी सहयोग प्रदान करती हैं।
हाँ, पुरुष भी इस साधना में भाग ले सकते हैं।
हां, आपको एक शक्तिशाली देवी मंत्र और देवी दण्डम में दीक्षा दी जाएगी।
हां, हालांकि,अगर वे 5 महीने से अधिक गर्भवती हैं, तो उनके लिए देवी दंडम न करना सबसे अच्छा रहेगा। इसके बदले में, मानसिक रूप से देवी दंडम किया जा सकता है (आंख बंद करके देवी दंडम की कल्पना करें)। साथ ही गर्भावस्था के दौरान अगर वे उपवास नहीं कर पा रही हैं - तो वे फलों का सेवन कर सकती हैं, और बीच-बीच में नींबू पानी के साथ शहद मिलाकर पी सकती हैं।
गर्भवती महिलाओं को नीम का सेवन नहीं करना चाहिए।
கர்ப்பிணிகள் வேப்பிலை (வேம்பு) சாப்பிடக்கூடாது.
हां, ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं हैं।
हाँ, आप भैरवी साधना किसी भी दूसरी साधना के साथ कर सकते हैं।
भैरवी साधना रजिस्ट्रेशन की फीस 110 रुपए है।
हां, भैरवी साधना किट खरीदना अनिवार्य है। इसके अलावा, अगर आपके पास देवी पेंडेंट नहीं है, तो आपको एक देवी पेंडेंट खरीदना होगा। ऊपर दी गई सभी चीज़ें, दीक्षा की तारीख से पहले ईशा लाइफ से खरीदी जा सकती हैं।
अगर आप कुछ प्रयासों के बाद भी रजिस्टर नहीं कर पा रहे हैं, तो किसी दूसरे ब्राउज़र, ईमेल आईडी का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, और अपने सिस्टम से पेज हिस्ट्री/कैश को भी डिलीट करें। अगर आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो +91 83000-83111 पर कॉल करें।
भैरवी साधना का समापन दोनों ऑनलाइन और व्यक्तिगत रूप से उपलब्ध रहेगी।
⇒ महिलाओं के लिए समापन: 25 Jan 2024 (Thaipusam)
⇒ पुरुषों के लिए समापन: 9 Feb 2024 (Thai Amavasya)
मूंग दाल को पानी साफ होने तक धो लें। फिर इसे 8-10 घंटे के लिए भिगो दें।
2) पानी छान लें, भिगोये हुए मूंग को ट्रे में फैला दीजिए, और इसे एक नम कपड़े से ढककर थोड़ी गर्म जगह पर रख दें (जैसे खिड़की जहाँ धूप हो या हलके गर्म ओवन में)।
एक हल्का गर्म ओवन भी इसके लिए काफी अच्छे से काम करता है। ओवन को हल्का गर्म करने के लिए इसे 3-4 मिनट के लिए 250 डिग्री पर रखें और फिर बंद कर दें।
ठंड के मौसम में, इसे अंकुरित होने में अधिक समय लगता है, इसलिए आप उसी अनुसार से योजना बना सकते हैं। गर्म मौसम में, आप इसे रात भर काउंटर पर छोड़ सकते हैं और बिना कपड़े के भी यह अंकुरित हो जाएगा।
सुनिश्चित करें कि अंकुर बहुत लंबे न हों। आदर्श रूप से, अंकुर ¼” लंबे होने चाहिए। उन्हें और अंकुरित होने से रोकने के लिए उन्हें फ़्रिज में रख दें। बिना अंकुरित हुए मूंग को आप खाने से पहले निकाल सकते हैं।
रेसेपी 1
1) 1 कप सूखी मूंग को एक ट्रे (या छिलके सहित मूंग दाल) पर फैलाएं और उन्हें एक दिन के लिए सीधी धूप में रख दें, या 30-40 मिनट के लिए कम तापमान वाले ओवन (200 डिग्री) में रखें।
2) बीन्स को ठंडा होने दें और फिर सूखे बीन्स को फूड प्रोसेसर में डालें, और 1/4 कप सफेद चावल डालें। फ़ूड प्रोसेसर में बीन्स और चावल को एक साथ बारीक पीस लें। (ज़रूरत के अनुसार किसी भी मोटे टुकड़े को निकालने के लिए एक छलनी का प्रयोग करें।)
3) 2 चम्मच हल्दी का पाउडर डालकर एक सीलबंद कंटेनर में स्टोर करें। अगर इस पाउडर को ठंडी सूखी जगह पर रखा जाए, तो इसे महीनों तक रखा जा सकता है।
उपयोग की विधि: 1-2 बड़े चम्मच महीन पाउडर को थोड़े से पानी में मिलाकर पतला पेस्ट बना लें। पेस्ट को अपनी त्वचा पर रगड़ें, और इसे धोने से पहले कुछ मिनट के लिए हवा में सूखने दें। आप इसे तुरंत इस्तेमाल कर सकते हैं, मिश्रण को ज्यादा देर तक भिगोने की जरूरत नहीं है।
रेसेपी 2
1) पाउडर मिश्रण का बेस बनाएं:
हरे चने (साबुत मूंग/मूंग दाल) का पाउडर और बेसन (बेसन) बहुत अच्छे नहाने के पाउडर हैं। दोनों को मिलाएं और आपका पाउडर मिश्रण बेस तैयार हो जाएगा। अगर इनमें से केवल एक सामग्री ही उपलब्ध हो, तब भी ठीक है।
2) उपलब्धता और अपनी पसंद के आधार पर, आप वैकल्पिक रूप से इनमें से किसी भी या सभी सामग्रियों को 1 कप पाउडर मिश्रण बेस में मिला सकते हैं।
1 छोटा चम्मच ऑर्गेनिक हल्दी पाउडर
1 बड़ा चम्मच चावल का आटा
1 बड़ा चम्मच आंवला पाउडर
1 बड़ा चम्मच तुलसी पाउडर
1 बड़ा चम्मच नीम पाउडर
1 बड़ा चम्मच सूखा नींबू या संतरे के छिलके का पाउडर
3) उपरोक्त सभी सामग्री को एक साथ मिलाकर एक एयर टाइट डिब्बे में भर कर रख लें।
उपयोग की विधि: 2 बड़े चम्मच पाउडर में थोड़ा पानी मिलाकर पतला पेस्ट बना लें। यह पक्का करें कि इसमें कोई गांठ नहीं है। पेस्ट को अपनी त्वचा में लगाये और धोने से पहले इसे कुछ मिनट के लिए हवा में सूखने दें। आप इसे तुरंत इस्तेमाल कर सकते हैं, मिश्रण को ज्यादा देर तक भिगोने की जरूरत नहीं है।
हाँ
ऑर्गेनिक शैंपू या हर्बल हेयर पाउडर (नीचे रेसिपी देखें)
रेसिपी
रीठा, अमला और शिकाकाई को बालों की सफाई और पोषण के लिए सबसे अच्छा मिक्सचर माना जाता है। परंपरागत रूप से, उन्हें एक साथ लोहे के बर्तन में पकाया जाता है और अगले दिन लगाने के लिए रात भर रखा जाता है। क्योंकि पके हुए मिश्रण की शेल्फ लाइफ कम होती है, और इसे बनाने की प्रक्रिया हममें से अधिकांश लोगों के दैनिक जीवन में व्यावहारिक नहीं है, इसलिए हम उन्हें पाउडर के रूप में खरीद सकते हैं और लगाने से पहले उन्हें पानी में भिगो सकते हैं।
बेहतर नतीजें के लिए इसकी ज़रूरी मात्रा लें, और एक घंटे पहले (या रात भर) भिगो दें। यह पक्का करें कि उसका पेस्ट इतना गाढ़ा हो कि वह आसानी से बहने न लगे।
अपने बालों को गीला करें, मिश्रण को धीरे से लगाएं और अच्छी तरह धो लें। इसे लंबे समय तक लगाए रखने की ज़रूरत नहीं है।
अनुभव
भैरवी साधना मेरे लिए सबसे आनंदमय और अभिभूत करने वाला अनुभव था, और इसने मुझे पूरी तरह से शामिल होने का महत्व दिखाया। साधना से पहले, जीवन एक बिना सुगंध वाले फूल जैसा था। अब जीवन सुगंध से भरा है- देवी की सुगंध ने मेरे जीवन को आनंदित, रंगीन और रहने लायक बना दी है।
मेरी साधना के दौरान ऐसा एक भी दिन नहीं था जब मैंने देवी का नाम नहीं लिया हो। उनकी अनंत करुणा ने मुझे इस तरह से विनम्र किया जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। जिस तरह से वो मेरे जीवन में अपना जादू चलाती है वो किसी चमत्कार से कम नहीं है। मैं कामना करती हूं कि उनकी आग कई अन्य लोगों के जीवन को भी रोशन कर सके।
मैं दो साल से भैरवी साधना कर रहा हूं। इसे करने के बाद मैं काफी एनर्जेटिक और खुश महसूस करता हूं। देवी के साथ होने पर मैं सब कुछ भूल जाता हूँ। यह एक बहुत ही अच्छा और आनंददायक अनुभव है। मुझे नाचने, उनके गाना गाने और उनकी बहुत सारी पेंटिंग बनाने का भी मन हुआ।
मैंने 2020 में 21 दिन की भैरवी साधना के बारे में सुना। जब हम सभी कोविड के दौरान संघर्ष कर रहे थे, तब ये साधना मेरे जीवन में सबसे अच्छे चीज कि तरह हुई। तब से, मैं हर साल रजिस्टर करती हूं क्योंकि इसने मुझे हर संभव तरीके से बदल दिया है।
भैरवी साधना मेरे लिए सबसे आनंदमय और अभिभूत करने वाला अनुभव था, और इसने मुझे पूरी तरह से शामिल होने का महत्व दिखाया। साधना से पहले, जीवन एक बिना सुगंध वाले फूल जैसा था। अब जीवन सुगंध से भरा है- देवी की सुगंध ने मेरे जीवन को आनंदित, रंगीन और रहने लायक बना दी है।
मेरी साधना के दौरान ऐसा एक भी दिन नहीं था जब मैंने देवी का नाम नहीं लिया हो। उनकी अनंत करुणा ने मुझे इस तरह से विनम्र किया जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। जिस तरह से वो मेरे जीवन में अपना जादू चलाती है वो किसी चमत्कार से कम नहीं है। मैं कामना करती हूं कि उनकी आग कई अन्य लोगों के जीवन को भी रोशन कर सके।
मैं दो साल से भैरवी साधना कर रहा हूं। इसे करने के बाद मैं काफी एनर्जेटिक और खुश महसूस करता हूं। देवी के साथ होने पर मैं सब कुछ भूल जाता हूँ। यह एक बहुत ही अच्छा और आनंददायक अनुभव है। मुझे नाचने, उनके गाना गाने और उनकी बहुत सारी पेंटिंग बनाने का भी मन हुआ।
मैंने 2020 में 21 दिन की भैरवी साधना के बारे में सुना। जब हम सभी कोविड के दौरान संघर्ष कर रहे थे, तब ये साधना मेरे जीवन में सबसे अच्छे चीज कि तरह हुई। तब से, मैं हर साल रजिस्टर करती हूं क्योंकि इसने मुझे हर संभव तरीके से बदल दिया है।
भैरवी साधना मेरे लिए सबसे आनंदमय और अभिभूत करने वाला अनुभव था, और इसने मुझे पूरी तरह से शामिल होने का महत्व दिखाया। साधना से पहले, जीवन एक बिना सुगंध वाले फूल जैसा था। अब जीवन सुगंध से भरा है- देवी की सुगंध ने मेरे जीवन को आनंदित, रंगीन और रहने लायक बना दी है।