सद्गुरु का आखिरी टेलिग्राम
ArticleJul 31, 2013
इस महीने की शुरुआत में डाक विभाग ने टेलिग्राम सेवा का अंत कर दिया। तारघरों से जो आखिरी संदेश भेजे गए उनमें से एक सद्गुरु का भी था।
टेलिग्राम में लिखा था:
“आप चैतन्य के आनंद व सुख को जानें । मेरा यह आखिरी टेलिग्राम।
प्रेम व आशीर्वाद -सद्गुरु ।”
लेकिन तारघर ने संदेश भेजने में कुछ फेरबदल कर दी और संदेश की आखिरी लाइन में से 'प्रेम' शब्द गायब हो गया। और इस तरह टेलिग्राम की अंतिम लाइन बन गई :
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