नदी अभियान : देखें लाइव – विदिशा और कानपुर में हुए कार्यक्रमों की झलकें
नदी अभियान रैली भोपाल के बाद विदिशा पहुंची। जानते हैं विदिशा और उसके बाद कानपूर में हुए कार्यक्रम के बारे में और देखते हैं कुछ तस्वीरें।
नदी अभियान रैली दिन 22 - विदिशा
भोपाल के बाद रैली का अगला पड़ाव विदिशा था। माननीय मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा तक सद्गुरु के साथ गए। सितम्बर का आखिरी रविवार "विश्व नदी दिवस" के रूप में मनाया जाता है। और संयोग वश ये कार्यक्रम एक नदी के किनारे ही आयोजित किया गया था। विदिशा के स्वयंसेवकों द्वारा बेतवा नदी के तट पर ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस पड़ाव पर रुकने की पहले से योजना नहीं थी, लेकिन विदिशा स्वयंसेवकों ने सद्गुरु को इस समारोह में शामिल होने के लिए मना लिया। सद्गुरु का स्वागत "बैंड बाजे" के साथ हुआ, और उन्हें इतने सारे फूलों में डूबा दिया गया कि उन्होंने मजाक में कहा कि वे एक नई दुल्हन की तरह महसूस कर रहे हैं। उन्होंने थोड़ी देर के लिए स्वयंसेवकों से बात की और फिर विदिशा से विदा ली। विदिशा से विदा लेने से पहले उन्होंने बेतवा नदी के साथ अपनी सेल्फी ली।
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ये तस्वीर विश्व नदी दिवस मनाने के लिए शुरू किए गए स्टैंडविथरिवर्स (#standwithrivers) सोशल मीडिया अभियान के लिए ली गई थी। इस अभियान में हमने सभी से उनके घर के पास की किसी नदी के साथ तस्वीर अपलोड करने के लिए अनुरोध किया था। दोपहर का भोजन ललितपुर में था, जहां स्वयंसेवक दोपहर के भोजन के बाद फ्रिसबी से खेलने लगे। जब वे खेल रहे थे, तभी सद्गुरु ने परिसर में प्रवेश किया। उन्हें खेलते देखकर, सद्गुरु भी खेल में शामिल हो गए। झांसी में थोड़ी देर रुकने के बाद, हम फिर सीधे पीएसआईटी, कानपुर पहुंचे जहां हमने कॉलेज मेस में स्वादिष्ट खाना खाया और फिर रात में विश्राम लेने की तैयारी की।
नदी अभियान रैली दिन 23 - कानपूर
23वें दिन रैली कानपुर में पहुंची और पीएसआईटी कॉलेज में एक और नदी अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। पीएसआईटी उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध निजी इंजीनियरिंग कॉलेज है।
पीएसआईटी कानपुर में ईको क्लब चलाने वाली डॉ. सुरिंदर कौर, नदी अभियान गतिविधियों की और इस आयोजन की भी मुख्य समन्वयक हैं। हमने उनसे मुलाकत की। उन्होंने कहा कि जब उनके एमडी ने उन्हें इस परियोजना के बारे में संपर्क किया था, तो वे सद्गुरु के बारे में बिल्कुल नहीं जानती थीं, लेकिन रैली के लिए दो महीने की कड़ी मेहनत करने के बाद, वह इस बड़े पैमाने के अभियान में भाग लेने देने का मौका देने के लिए उनकी बहुत आभारी थीं।
वहाँ की एमडी, सुश्री शेफाली राज, भी उल्लासित थीं और उन्होंने कहा कि कॉलेज की मिट्टी सद्गुरु की उपस्थिति से पवित्र हो गई है। कॉलेज के लगभग 5000 छात्र और सभी शिक्षकगण मिस्ड कॉल दे चुके हैं। इसके अलावा, कॉलेज क्लब ने पिछले एक महीने में, मिस्ड कॉल प्राप्त करने के लिए विभिन्न मॉल और सार्वजनिक स्थानों में नियमित रैलियां की हैं।
सद्गुरु ने पहले वर्ष के छात्रों, कॉलेज के शिक्षकों और आमंत्रित अतिथियों को संबोधित किया। जगह की कमी के कारण सभी छात्र सभागार में उपस्थित नहीं हो सके। लेकिन कॉलेज की वेबसाइट पर सभी के लिए एक लाइव वेब स्ट्रीम उपलब्ध थी।
इसके बाद रैली के बारे में एक प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित हुआ। सद्गुरु के मंच से बाहर निकलने पर, कुछ छात्र और स्टाफ के सदस्य उनके साथ कुछ कदम चले और अपना उत्साह व्यक्त किया। कुल मिलाकर एक जबरदस्त रैली को एक जबरदस्त मेजबानी का अनुभव हुआ!