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Wisdom
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इस गुरु पूर्णिमा के दिन, आप अपनी आंतरिक खुशहाली के लिए खुद को समर्पित करें। अपनी साधना करें, ध्यान करें, अपने मन को एक चमत्कार बनाएँ।आपके गुरु की कृपा आपके साथ है। प्रेम और आशीर्वाद,
‘मैं नहीं जानता’ एक जबरदस्त संभावना है। जब आपको एहसास होता है कि ‘मैं नहीं जानता’, सिर्फ तभी खोजने की लालसा और जानने की संभावना पैदा होती है।
मैं चाहता हूँ कि आप किसी चीज़ पर ध्यान केंद्रित करें, वह चाहे जो भी चीज़ हो। क्योंकि अगर कोई इंसान एकाग्रचित्त हो जाय, तो ब्रह्माण्ड उसके लिए राह बना देता है।
जो सबसे महत्वपूर्ण है वह आपके भीतर है।
यदि आपका काम कुछ ऐसा रचने के बारे में है, जिसकी आपको सचमुच परवाह है, तो काम और जीवन के बीच संतुलन बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है - जीवन ही काम है और काम ही जीवन है।
कृषि केवल उपजाऊ मिट्टी में ही फल-फूल सकती है - कोई दूसरा तरीका नहीं है। मिट्टी में जान फूंकने से ही जीवन में जीवंता आएगी।
आपके शरीर का हर सूक्ष्म कण पूरे ब्रह्मांड के साथ निरंतर लेन-देन में है। केवल आप ही यह मानते हैं कि आप एक अलग अस्तित्व हैं।
आपका अनुभव कितना गहन है, यह इससे अधिक महत्वपूर्ण है कि आपकी संपत्ति कितनी विशाल है।
अच्छे इरादे काफी नहीं होते। आवश्यक परिणाम पाने के लिए सही चेतना के साथ सही कार्य करने की जरूरत होती है।
जीवन सहभागिता है। जहाँ सहभागिता नहीं होती, वहाँ जीवन भी नहीं होता।
अगर भरोसे के बारे में आपकी धारणा यह है कि दूसरे लोग वैसे ही व्यवहार करें जैसे आप अपेक्षा करते हैं, तो यह भरोसा नहीं चालाकी है।
आपको अपने मन को चलाना चाहिए, ऐसा नहीं होना चाहिए कि आपका मन ही आपको चलाने लगे।