Main Centers
International Centers
India
USA
Wisdom
FILTERS:
SORT BY:
ध्यान कोई काम नहीं है जिसे किया जाए – यह तो एक फूल के खिलने जैसा है, जो अपनी सुगंध बिखेर रहा है।
योग का मतलब है अपने व्यक्तित्व की सीमाओं को मिटाकर ब्रह्मांड के साथ एकत्व का अनुभव करना।
जो काम आप अचेतन होकर करते हैं, वही काम आप सचेतन भी कर सकते हैं। अज्ञानता और आत्मज्ञान के बीच बस यही फर्क है।
अगर आप अपने विचारों और भावनाओं को जागरूकता के साथ चलाने लगें, तब आप एक अद्भुत जीवन का निर्माण कर सकते हैं।
किसी भी व्यक्ति या वस्तु के प्रति आपका कोई दायित्व नहीं है। यदि आपके भीतर प्रेम और परवाह की भावना है, तो आप वही करेंगे जो जरूरी है।
हमें सत्य के रूप में किसी सत्ता की जरूरत नहीं हैl सत्य ही एकमात्र सत्ता है।
दुःख और आनंद, दोनों ही आपके मन में निर्मित होते हैं।
मन एक पागलपन है; जब आप मन से परे चले जाते हैं तभी ध्यान घटित होता है।