हाल ही में हुई आपदाएं
अक्टूबर 2009 में, कृष्णा ने पिछली एक शताब्दी में सर्वाधिक जल स्तर दर्ज किया जिसका नतीजा यह हुआ कि सूखे की मार झेल रहा आंध्रप्रदेश बाढ़ की चपेट में आ गया। इस बाढ़ से 350 गांव प्रभावित हुए और लाखों लोग बेघर हो गए। 2001 से 2003 तक तीन लंबे सालों के सूखे के बाद कृष्णा बस एक धार बनकर रह गई थी, पूरे तीन साल के दौरान वह शायद ही समुद्र तक पहुंच पाई। मगर उसके सिर्फ छह साल बाद उसमें बाढ़ आ गई।
ऐसी गंभीर स्थितियां सिर्फ कृष्णा तक सीमित नहीं हैं। ये देश भर में घटित हो रही हैं।
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व
बारह में से एक ज्योतिर्लिंग कृष्णा नदी के तट पर श्रीसैलम में स्थित है। अमरावती में अमरेश्वर स्वामी मंदिर और विजयवाडा में कनक दुर्गा मंदिर नदी के तट पर स्थित अन्य प्रसिद्ध मंदिर हैं।
भीमशंकर ज्योतिर्लिंग कृष्णा की उपनदी भीम नदी का स्रोत है।
कवि संत बसव की समाधि कुडलसंगम पर स्थित है, जहां मलप्रभा कृष्णा से मिलती है। बसव ने अपनी कविताओं में शिव का वर्णन कुडलसंगम देव के रूप में किया है।
कृष्णा की उपनदी तुंगभद्रा के तट पर ही शक्तिशाली विजयनगर साम्राज्य पनपा। उसके चरम विकास काल में उसकी राजधानी हंपी की आबादी 10 लाख से अधिक थी और वह उस समय दुनिया का सबसे बड़ा नगर था।