इस बार आपके लिए लाए हैं एक ऐसी रेसिपी जो कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत है, इसलिए बच्चों और बड़ों दोनों के लिए ही यह बेहद फायदेमंद है। वह है उड़द दाल के लड्डू । आप रोज़ाना एक छोटा लड्डू खा सकते हैं।

 

तमिलनाडु में सहज प्रसव के लिए पारंपरिक तौर पर गर्भवती महिला को गर्भावस्था के आखिरी महीने में यह लड्डू दिया जाता है। तो आप भी आजमाइए यह स्वादिष्ट लड्डू :

 

सामग्री:

कली पाउडर के लिए

चावल- आधा किलो

उड़द दाल - आधा किलो

साबुत मेथी दाना - 50 ग्राम

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सूखी अदरक या सोंठ  - 50 ग्राम

 

सूखी उड़द दाल, मेथी दाना व सोठ को हल्का सा भूनें। अब इन सारी चीजों को चावल में मिलाकर इनका दरदरा पाउडर पीस लें।

 

लड्डू के लिए:

 

कली पाउडर - एक कप (बनाने की विधि ऊपर दी गई है)

खजूर का गुड़ -एक कप

पानी - तीन कप

तिल का तेल - एक कप

 

विधि:

एक पतीले में खजूर के गुड़ व पानी को डाल कर हल्की आंच पर रखकर उबाल आने दें। जब गुड़ पूरी तरह पिघल जाए तो इस मिश्रण या चाशनी को छान लें। छनी हुई चाशनी को दोबारा आंच पर रखकर उबाल आने दें। अब एक कप कली पाउडर में चार चम्मच तिल का तेल मलें। धीरे-धीरे कली पाउडर व तेल के मिश्रण को उबलती हुई चाशनी में डालें ओर इसे तब तक चलाएं, जब तक कि पाउडर का मिश्रण पूरी तरह से मिल न जाए और उसमें गांठ न रहे। अब आंच को बिल्कुल धीमी कर पतीले या कढ़ाई को किसी ढक्कन से ढक कर अगले 30 मिनट तक इस लप्सी को पकाएं। ध्यान रखें कि जब तक यह पक न जाए, इसको खोलें नहीं। पकने के बाद जब आप ढक्कन हटाएंगे तो देखेंगे कि गुड़ की चाशनी बिल्कुल उपर तैर रही है। अब इस चाशनी को निथार कर एक तरफ रख लें। इस लप्सी को किसी चम्मच से इतना चलाएं कि यह भुरभुरा हो जाए। अब इस लप्सी को फिर से आंच पर चढ़ाकर इसमें छनी हुई चाशनी डाल दें। फिर बचा हुआ तिल का तेल भी डाल दें। अब इस लप्सी को चलाते हुए तब तक पकाएं, जब तक कि यह आपकी उंगली पर चिपकना न छोड़ दे। फिर इसे आंच से उतार कर एक तरफ रख दें और ठंडा होने दें। अब इस लप्सी के नींबू जैसी गोलें बना लें या फिर मुठ्ठी की आकार वाले मोदक बना लें। इन्हें परोसें।

 

स्वादिष्ट टिप:

- आप चाहें तो एक चम्मच देसी घी में काजू व किशमिश को सेंक कर इसमें मिला सकते हैं। इसके अलावा, स्वाद व खुशबू बढ़ाने के लिए एक चुटकी पिसी हुई हरी इलाइची का पाउडर भी डाल सकते हैं।

नोट: इस लड्डू को खाने के बाद एक गिलास गर्म पानी पिएं, जिससे इसे पचाने में आसानी होगी।

अगर आप इस लड्डू को ज्यादा देर तक रखना चाहती हैं तो इसे रखने से पहले इस पर अच्छी तरह से तिल का तेल लगा दें। उसके बाद आप इसे तीन महीने तक रख सकते हैं।