सद्‌गुरुभारतीय संस्कृति में मृत्यु के बाद, मरने वाले व्यक्ति के कल्याण के लिए एक पूरी प्रक्रिया थी1 सद्‌गुरु द्वारा तैयार की गई काल भैरव प्रक्रिया से आप अपने मृत परिवारजनों और सम्बन्धियों को लाभ पहुंचा सकते हैं।

हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि महालया अमावस्या पर वार्षिक काल भैरव शांति प्रक्रिया 28 सितंबर 2019 को लिंग भैरवी मंदिर में होगी। इस शुभ अमावस्या की रात्रि में की जाने वाली यह प्रक्रिया खास तौर पर हमारे पूर्वजों, मृत संबंधियों और परिवार की खुशहाली के लिए होती है। परिवार के दिवंगत सदस्यों और प्रियजनों की याद में हर वर्ष महालया अमावस्या को यह रस्म की जा सकती है।

काल भैरव कर्म

भारतीय संस्कृति में काल भैरव शांति

भारतीय संस्कृति में मृतकों के कल्याण के लिए मृत्यु अनुष्ठान एक गूढ़ प्रक्रिया थी। मृतक की आयु, उसके जीवन और मृत्यु की प्रकृति के आधार पर इन अनुष्ठानों को बहुत सावधानी से तैयार किया जाता था जिससे एक जीव को जीवन के एक चरण से दूसरे में सहज रूप में प्रवेश करने में मदद मिलती थी और उसका आध्यात्मिक विकास भी सुनिश्चित होता था।

दुर्भाग्यवश, पिछली दो सदियों में इन परंपराओं को काफी हद तक तोड़-मरोड़ दिया गया है और वे समाज से लुप्त होने लगी हैं। काल भैरव शांति सद्‌गुरु द्वारा तैयार एक प्रक्रिया है, जिसमें शरीर छोडऩे वाले व्यक्ति को इस संवेदनशील अवस्था में महत्वपूर्ण मदद मिलती है।

काल भैरव शांति के लिए आवश्यक वस्तुएं -

  1. मृतक की जन्म की तारीख या जन्म का वर्ष; और मृत्यु तारीख या मृत्यु का वर्ष के साथ उसका एक फोटो होना चाहिए। अगर वर्ष भी पता न हो, तो फोटो के साथ माता और पिता का नाम पर्याप्त है।
  • कृपया मृतक का अकेला फोटो अपलोड करें। समूह में लिया गया फोटो इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। फोटो तब का होना चाहिए, जब वो व्यक्ति जीवित था।
  • अगर 48 दिन की गर्भावस्था के बाद एबॉर्शन हुआ हो, या फिर नवजात शिशु मृत पैदा हुआ हो, तो माता का फोटो भेजें। बेहतर होगा कि माता का फोटो प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) के दौरान लिया गया हो।
  1. अगर मृतक का फोटो उपलब्ध न हो, तो नीचे दिए गई चीज़ें आवश्यक हैं:
  • जन्म की तारीख या जन्म का वर्ष
  • मृत्यु की तारिख या वर्ष
  • माता और पिता के नाम
  1. जो लोग निजी तौर पर इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते, वे अपने मृतक संबंधी या पूर्वज की जन्म-मृत्यु तारीखों के साथ उनके स्कैन किए गए फोटो भेज सकते हैं।

परिवार के सुख शांति के लिए हर साल महालय अमावस्या के दिन कल भैरव शांति के प्रक्रिया कराई जा सकती है। आप महालया अमावस्या के दिन वार्षिक काल भैरव शांति प्रक्रिया अगले 10 सालों तक कराना चाहें तो अग्रिम पंजीकरण भी संभव है।

पंजीकरण और डोनेशन की अधिक जानकारी के लिए, कृपया + 91 -83000 -83111 पर फ़ोन करें।